डुमरियागंज। ब्लाक क्षेत्र के अमौली एकडेंगा गांव में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण संचार गतिविधि एवं माता जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करना था। बैठक को संबोधित करते हुए एएनएम मालती ने उपस्थित महिलाओं को बताया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों का समय पर टीकाकरण तथा नियमित स्वास्थ्य जांच अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वच्छता भी बहुत जरूरी है। स्वच्छता अपनाकर ही बच्चों को कई गंभीर और संक्रामक बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकता है। एएनएम मालती ने गर्भवती महिलाओं को निर्देश दिया कि वे अपना पंजीकरण समय पर कराएं, प्रसव पूर्व जांचें करवाएं और सभी आवश्यक टीके लगवाएं। उन्होंने यह भी बताया कि गर्भावस्था के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एचआरपी दिवस पर लगने वाले विशेष शिविर में जांच अवश्य कराएं। इस शिविर में कोई स्वास्थ्य समस्या पाए जाने पर नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड सहित अन्य सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। मालती ने नवजात शिशुओं की देखभाल के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने सलाह दी कि शिशु को छूने या गोद में उठाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, उन्होंने खुद और परिवार के सदस्यों को शुद्ध पेयजल का इस्तेमाल करने, तथा मच्छरों और आगामी ठंड से बचाव के उपाय अपनाने के बारे में भी विस्तार से बताया। अंत में, एएनएम मालती ने सभी उपस्थित महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में संस्थागत प्रसव कराने के लिए प्रेरित किया, ताकि मां और बच्चा दोनों सुरक्षित रह सकें। इस जागरूकता बैठक में सुशीला देवी, लक्ष्मी, विमला, ज्ञानमती सहित अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।
गर्भवती महिलाओं और बच्चों के टीकाकरण पर जोर:अमौली एकडेंगा गांव में जागरूकता बैठक आयोजित
डुमरियागंज। ब्लाक क्षेत्र के अमौली एकडेंगा गांव में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण संचार गतिविधि एवं माता जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करना था। बैठक को संबोधित करते हुए एएनएम मालती ने उपस्थित महिलाओं को बताया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों का समय पर टीकाकरण तथा नियमित स्वास्थ्य जांच अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वच्छता भी बहुत जरूरी है। स्वच्छता अपनाकर ही बच्चों को कई गंभीर और संक्रामक बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकता है। एएनएम मालती ने गर्भवती महिलाओं को निर्देश दिया कि वे अपना पंजीकरण समय पर कराएं, प्रसव पूर्व जांचें करवाएं और सभी आवश्यक टीके लगवाएं। उन्होंने यह भी बताया कि गर्भावस्था के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एचआरपी दिवस पर लगने वाले विशेष शिविर में जांच अवश्य कराएं। इस शिविर में कोई स्वास्थ्य समस्या पाए जाने पर नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड सहित अन्य सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। मालती ने नवजात शिशुओं की देखभाल के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने सलाह दी कि शिशु को छूने या गोद में उठाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, उन्होंने खुद और परिवार के सदस्यों को शुद्ध पेयजल का इस्तेमाल करने, तथा मच्छरों और आगामी ठंड से बचाव के उपाय अपनाने के बारे में भी विस्तार से बताया। अंत में, एएनएम मालती ने सभी उपस्थित महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में संस्थागत प्रसव कराने के लिए प्रेरित किया, ताकि मां और बच्चा दोनों सुरक्षित रह सकें। इस जागरूकता बैठक में सुशीला देवी, लक्ष्मी, विमला, ज्ञानमती सहित अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।









































