महाराजगंज के लक्ष्मीपुर चौतरवा में चल रहे धार्मिक यज्ञ और कथा समारोह में रविवार को कड़ाके की ठंड के बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। रिकॉर्ड तोड़ शीतलहर और बर्फीली हवाओं के बीच भी हजारों भक्त कथा श्रवण के लिए यज्ञ स्थल पर डटे रहे। सुबह से देर शाम तक, गलन और बर्फीली हवाओं के बावजूद भी हजारों श्रद्धालु अपने स्थानों पर अडिग रहे। कथा पंडाल पूरी तरह से भरा हुआ था। भक्तों की यह असाधारण निष्ठा समारोह का मुख्य आकर्षण रही, जहाँ ठंड का प्रभाव उनकी अटूट श्रद्धा के आगे फीका पड़ गया। शॉल और कंबल में लिपटे भक्तगण घंटों तक व्यासपीठ से प्रवाहित हो रही कथा का श्रवण करते रहे। कथावाचक के मुखारविंद से निकले हर शब्द को भक्तगण शांति से ग्रहण कर रहे थे। यज्ञ की पवित्र अग्नि का धुआँ और वैदिक मंत्रों का गुंजार वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा भर रहा था। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि भक्तों की यह निष्ठा आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भीषण ठंड के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोगों का जुटना महाराजगंज के लोगों की धर्म और आस्था के प्रति अविचल श्रद्धा को दर्शाता है।
महाराजगंज में कड़ाके की ठंड में उमड़ी भीड़: लक्ष्मीपुर चौतरवा में यज्ञ-कथा श्रवण के लिए डटे रहे हजारों श्रद्धालु – Lakshmipur(Maharajganj) News
महाराजगंज के लक्ष्मीपुर चौतरवा में चल रहे धार्मिक यज्ञ और कथा समारोह में रविवार को कड़ाके की ठंड के बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। रिकॉर्ड तोड़ शीतलहर और बर्फीली हवाओं के बीच भी हजारों भक्त कथा श्रवण के लिए यज्ञ स्थल पर डटे रहे। सुबह से देर शाम तक, गलन और बर्फीली हवाओं के बावजूद भी हजारों श्रद्धालु अपने स्थानों पर अडिग रहे। कथा पंडाल पूरी तरह से भरा हुआ था। भक्तों की यह असाधारण निष्ठा समारोह का मुख्य आकर्षण रही, जहाँ ठंड का प्रभाव उनकी अटूट श्रद्धा के आगे फीका पड़ गया। शॉल और कंबल में लिपटे भक्तगण घंटों तक व्यासपीठ से प्रवाहित हो रही कथा का श्रवण करते रहे। कथावाचक के मुखारविंद से निकले हर शब्द को भक्तगण शांति से ग्रहण कर रहे थे। यज्ञ की पवित्र अग्नि का धुआँ और वैदिक मंत्रों का गुंजार वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा भर रहा था। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि भक्तों की यह निष्ठा आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भीषण ठंड के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोगों का जुटना महाराजगंज के लोगों की धर्म और आस्था के प्रति अविचल श्रद्धा को दर्शाता है।









































