विशेश्वरगंज कंछर विकास क्षेत्र में हुई अचानक तेज बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। कई दिनों से छाए बादलों और हल्की फुहारों के बाद हुई इस झमाझम बारिश से खेतों में सूखने के लिए रखी धान की कटी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे किसानों की साल भर की मेहनत पर संकट आ गया है।तेज बारिश के कारण कटे पड़े धान के खेतों में पानी भर गया है। इससे धान की बालियों में अंकुरण होने की प्रबल संभावना है। बालियों में अंकुरण होने से फसल की गुणवत्ता और उपज दोनों पर गंभीर नकारात्मक असर पड़ेगा, जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा।इस प्राकृतिक आपदा से शेखापुर ग्राम पंचायत के दर्जनों किसान प्रभावित हुए हैं। इनमें राजकिशोर सिंह, वीर बहादुर सिंह, लल्ले सिंह, भल्लू सिंह, राजा भैया, सुनील सिंह, बैजनाथ सिंह, रघुनाथ सिंह, सूरज सिंह, अमरदीप सिंह, प्रदीप सिंह, मुनीजर सिंह, नितीश सिंह, सनी सिंह, नीरज सिंह, बघेल सिंह, दूधनाथ सिंह, कनछेद सिंह, इंद्रजीत सिंह, पिंटू सिंह, विनोद सिंह, नागेंद्र मिश्रा और वृजकिशोर पाठक जैसे कई किसान शामिल हैं। किसानों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि फसल कटाई के लिए पूरी तरह तैयार थी और उसे काटकर खेत में सुखाया जा रहा था। अचानक हुई इस बारिश ने उनकी पूरी फसल बर्बाद कर दी है, जो उनकी साल भर की कड़ी मेहनत का परिणाम थी।क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि धान की यह फसल उनकी मुख्य आय का स्रोत होती है। इस भारी क्षति से उन्हें अगले बुवाई सत्र के लिए आवश्यक पूंजी की कमी का डर सता रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ सकती है।किसानों ने जिला प्रशासन से तत्काल इस क्षति का शीघ्र सर्वे कराकर उन्हें प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग की है।









































