सिद्धार्थनगर के ककरही घाट पर कार्तिक पूर्णिमा की तैयारी:बूढ़ी राप्ती नदी तट पर श्रद्धालुओं-दुकानदारों ने शुरू की व्यवस्था

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सिद्धार्थनगर के जोगिया क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती नदी के तट पर स्थित ककरही घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर विशेष मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस मौके पर लाखों श्रद्धालु स्नान, दान और नदी किनारे स्थित योग माया मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। मेले की तैयारियों को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं और दुकानदारों का जमावड़ा शुरू हो गया था। प्रशासन का आवागमन भी जारी रहा। यह मेला आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित करता है, जो यहां आकर अपने संबंधियों के घरों में रुकते हैं और अगले दिन स्नान-दान कर मेले का आनंद लेते हैं। घाट के किनारे स्थित गांव के बुजुर्गों ने बताया कि इस मेले का शुभारंभ प्राचीन काल से हुआ है। उनके पूर्वजों के अनुसार, इसी घाट पर दशरथ नरेश की महारानी कैकई ने स्नान किया था, जिसके कारण इस घाट का नाम ककरही पड़ा। मेले से पहले ही कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो जाता है। देर रात जोगिया कोतवाली प्रभारी मीरा चौहान ने मुख्य स्नान घाट का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने दूसरे जिलों से आए श्रद्धालुओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान महुआ ग्राम पंचायत प्रधान इंद्र लोधी, कोतवाली प्रभारी जोगिया मीरा चौहान, उप निरीक्षक अवधेश यादव और कांस्टेबल विकास सिंह सहित कई अधिकारी और कर्मचारी घाट पर मौजूद रहे।
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