प्रदेश सरकार के धार्मिक स्थलों पर कम आवाज में पूजा-अर्चना और कार्यक्रम संचालित करने के आदेश के बाद रुधौली पुलिस ने शुरुआती दिनों में सक्रियता दिखाई थी। इस दौरान कई स्थानों पर ध्वनि स्तर को नियंत्रित किया गया, जिसका सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला। हालांकि, कुछ ही समय बाद स्थिति फिर से पहले जैसी हो गई है। वर्तमान में रुधौली क्षेत्र के कई धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर पुनः तेज आवाज में बज रहे हैं। इससे आसपास रहने वाले निवासियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। देर रात तक बढ़ते ध्वनि प्रदूषण के कारण विद्यार्थियों, बुजुर्गों और बीमार लोगों की परेशानी बढ़ गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रारंभिक कार्रवाई के बाद पुलिस-प्रशासन का ध्यान इस ओर से हट गया है, जिसके परिणामस्वरूप लाउडस्पीकर की आवाज पर नियंत्रण फिर से कमजोर पड़ गया है। लोगों ने मांग की है कि शासन द्वारा निर्धारित ध्वनि सीमा को कड़ाई से लागू किया जाए, ताकि धार्मिक स्वतंत्रता के साथ-साथ आम नागरिकों की शांति भी सुनिश्चित हो सके। इस मामले में उपजिलाधिकारी मनोज प्रकाश ने पुलिस प्रशासन को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।









































