बस्ती में नौकरी दिलाने के नाम पर एक मजदूर परिवार के युवक से 2 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि लखनऊ में रेलवे गार्ड रविन्द्र कुमार गौतम और उसके साथी भरत सिंह ने युवक को गोरखपुर एम्स में स्टोरकीपर की फर्जी नौकरी का झांसा दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित सोमनाथ पुत्र मनीराम, ग्राम बसहवा, थाना नगर क्षेत्र के एक मजदूर परिवार से हैं। बेरोजगारी से जूझ रहे सोमनाथ की मुलाकात अपने पुराने परिचित रविन्द्र कुमार गौतम से हुई। रविन्द्र ने उसे गोरखपुर एम्स में स्टोरकीपर की नौकरी लगवाने का लालच दिया और अपने साथी भरत सिंह से मिलवाया। ठगों ने पहले बस्ती रोडवेज बस स्टैंड पर सोमनाथ से 10 हजार रुपये नकद लिए। इसके बाद, शेष लगभग 2 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से भरत सिंह के खाते में ट्रांसफर करवाए गए। पैसे लेने के बाद आरोपियों ने सोमनाथ को एक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और स्टोरकीपर का पहचान पत्र थमा दिया। सोमनाथ जब एम्स गोरखपुर पहुंचे, तो उन्हें न तो हाजिरी लगाने दी गई, न कोई काम मिला और न ही वेतन दिया गया। जांच करने पर उन्हें पता चला कि उनकी कोई नियुक्ति हुई ही नहीं थी। करीब एक साल तक आरोपी उन्हें तरह-तरह के बहाने बनाकर टालते रहे। आखिरकार, जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे, तो भरत सिंह ने फोन पर जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक बस्ती ने तत्काल मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। थाना प्रभारी नगर विश्व मोहन राय ने बताया कि रविन्द्र कुमार गौतम, जो लखनऊ में रेलवे गार्ड हैं, और भरत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।







































