इटवा तहसील के इटवा-होरिलापुर मुख्य मार्ग पर रविवार को एक किलोमीटर लंबा भीषण जाम लग गया। बढ़या चौराहे से भगवतपुर गांव तक फैले इस जाम में राहगीर दोपहर 3 बजे से शाम 4 बजे तक फंसे रहे। सड़क पर बढ़ते अतिक्रमण को इस समस्या का मुख्य कारण बताया जा रहा है।स्थानीय लोगों के अनुसार, इटवा से होरिलापुर तक 22 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर दुकानदारों ने सड़क की पटरियों पर कब्जा कर लिया है। फल-सब्जी की दुकानें, किराना स्टोर, चाय-पान की गुमटियां और अस्थायी ठेले लगने से सड़क संकरी हो गई है, जिससे वाहनों का सुचारु आवागमन बाधित होता है और आए दिन जाम की स्थिति बनती है।रविवार को बढ़या चौराहे पर लगे जाम से स्कूल जाने वाले बच्चे, मरीज, व्यापारी और आम राहगीर एक घंटे तक परेशान रहे। वाहनों की लंबी कतारों के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई थी, जहां दोपहिया और चारपहिया वाहन इंच-इंच सरकते रहे। क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अब तक इस गंभीर समस्या पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। अतिक्रमण के कारण लगातार लग रहे जाम से स्थानीय जनता में रोष है।क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर से मांग की है कि सड़क से अतिक्रमण हटाकर आवागमन को सुचारु बनाया जाए। शाहिद हुसैन, सरफराज अहमद, इसरार अहमद, इश्तियाक खां, तनवीर अहमद खां, असदुल्लाह खां, मनोज अग्रहरी, रमेश वर्मा, अखिलेश मौर्य, संतराम यादव, हाजी गुलाम मुस्तफा और फैसल मुस्तफा सहित कई लोगों ने तत्काल कार्रवाई की अपील की है।स्थानीय जनता का स्पष्ट कहना है कि जब तक अतिक्रमण मुक्त अभियान प्रभावी रूप से नहीं चलाया जाता, तब तक जाम की समस्या से निजात पाना मुश्किल होगा।
बढ़या चौराहे से भगवतपुर तक एक किमी लंबा जाम:अतिक्रमण के कारण एक घंटे फंसे रहे राहगीर
इटवा तहसील के इटवा-होरिलापुर मुख्य मार्ग पर रविवार को एक किलोमीटर लंबा भीषण जाम लग गया। बढ़या चौराहे से भगवतपुर गांव तक फैले इस जाम में राहगीर दोपहर 3 बजे से शाम 4 बजे तक फंसे रहे। सड़क पर बढ़ते अतिक्रमण को इस समस्या का मुख्य कारण बताया जा रहा है।स्थानीय लोगों के अनुसार, इटवा से होरिलापुर तक 22 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर दुकानदारों ने सड़क की पटरियों पर कब्जा कर लिया है। फल-सब्जी की दुकानें, किराना स्टोर, चाय-पान की गुमटियां और अस्थायी ठेले लगने से सड़क संकरी हो गई है, जिससे वाहनों का सुचारु आवागमन बाधित होता है और आए दिन जाम की स्थिति बनती है।रविवार को बढ़या चौराहे पर लगे जाम से स्कूल जाने वाले बच्चे, मरीज, व्यापारी और आम राहगीर एक घंटे तक परेशान रहे। वाहनों की लंबी कतारों के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई थी, जहां दोपहिया और चारपहिया वाहन इंच-इंच सरकते रहे। क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अब तक इस गंभीर समस्या पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। अतिक्रमण के कारण लगातार लग रहे जाम से स्थानीय जनता में रोष है।क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर से मांग की है कि सड़क से अतिक्रमण हटाकर आवागमन को सुचारु बनाया जाए। शाहिद हुसैन, सरफराज अहमद, इसरार अहमद, इश्तियाक खां, तनवीर अहमद खां, असदुल्लाह खां, मनोज अग्रहरी, रमेश वर्मा, अखिलेश मौर्य, संतराम यादव, हाजी गुलाम मुस्तफा और फैसल मुस्तफा सहित कई लोगों ने तत्काल कार्रवाई की अपील की है।स्थानीय जनता का स्पष्ट कहना है कि जब तक अतिक्रमण मुक्त अभियान प्रभावी रूप से नहीं चलाया जाता, तब तक जाम की समस्या से निजात पाना मुश्किल होगा।









































