फतेहपुर में कार्यरत लेखपाल सुधीर कुमार ने अधिकारियों के कथित अमानवीय व्यवहार से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के विरोध में मिहिपुरवा लेखपाल संघ ने उप जिलाधिकारी मिहिपुरवा राम दयाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार, लेखपाल सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर को तय थी। उन्होंने शादी के लिए छुट्टी मांगी थी, लेकिन तहसील अधिकारियों ने उन्हें एसईआर ड्यूटी का हवाला देते हुए छुट्टी देने से इनकार कर दिया। 22 नवंबर को एसईआर की बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण ईआरओ संजय कुमार सक्सेना ने उन्हें निलंबित कर दिया था। 25 नवंबर की सुबह लगभग 6:30 बजे, डिप्टी कलेक्टर संजय कुमार सक्सेना और नायब तहसीलदार के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक शिवराम लेखपाल सुधीर कुमार के घर पहुंचे। उन्होंने सुधीर से कहा कि एसडीएम साहब ने एसईआर और अन्य कार्य पूरे करने को कहा है, अन्यथा पैसे देकर किसी और से करवा लें। ऐसा न करने पर सेवा समाप्त करने की धमकी भी दी गई। शादी के लिए छुट्टी न मिलने, निलंबन और लगातार मिल रही फटकार के कारण लेखपाल सुधीर पहले से ही तनाव और डिप्रेशन में थे। इसी तनाव में आकर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। लेखपाल संघ ने मांग की है कि इस मामले में जो भी दोषी हों, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, मृतक लेखपाल के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। ज्ञापन सौंपते समय मिहिपुरवा तहसील लेखपाल संघ अध्यक्ष मुकेश कुमार, तहसील महामंत्री रवि वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपकार मिश्रा, कनिष्ठ उपाध्यक्ष संदीप कुमार, संजय और अन्य लेखपाल मौजूद रहे।
लेखपाल की आत्महत्या पर संघ का धरना: बहराइच में अधिकारियों पर अमानवीय व्यवहार का आरोप, कार्रवाई की मांग – Mihinpurwa(Bahraich) News
फतेहपुर में कार्यरत लेखपाल सुधीर कुमार ने अधिकारियों के कथित अमानवीय व्यवहार से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के विरोध में मिहिपुरवा लेखपाल संघ ने उप जिलाधिकारी मिहिपुरवा राम दयाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार, लेखपाल सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर को तय थी। उन्होंने शादी के लिए छुट्टी मांगी थी, लेकिन तहसील अधिकारियों ने उन्हें एसईआर ड्यूटी का हवाला देते हुए छुट्टी देने से इनकार कर दिया। 22 नवंबर को एसईआर की बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण ईआरओ संजय कुमार सक्सेना ने उन्हें निलंबित कर दिया था। 25 नवंबर की सुबह लगभग 6:30 बजे, डिप्टी कलेक्टर संजय कुमार सक्सेना और नायब तहसीलदार के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक शिवराम लेखपाल सुधीर कुमार के घर पहुंचे। उन्होंने सुधीर से कहा कि एसडीएम साहब ने एसईआर और अन्य कार्य पूरे करने को कहा है, अन्यथा पैसे देकर किसी और से करवा लें। ऐसा न करने पर सेवा समाप्त करने की धमकी भी दी गई। शादी के लिए छुट्टी न मिलने, निलंबन और लगातार मिल रही फटकार के कारण लेखपाल सुधीर पहले से ही तनाव और डिप्रेशन में थे। इसी तनाव में आकर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। लेखपाल संघ ने मांग की है कि इस मामले में जो भी दोषी हों, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, मृतक लेखपाल के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। ज्ञापन सौंपते समय मिहिपुरवा तहसील लेखपाल संघ अध्यक्ष मुकेश कुमार, तहसील महामंत्री रवि वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपकार मिश्रा, कनिष्ठ उपाध्यक्ष संदीप कुमार, संजय और अन्य लेखपाल मौजूद रहे।









































