सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामबाग–बस्ती में मेधा अलंकरण समारोह 2025 उत्साहपूर्ण और गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। बस्ती रेंज के डी.आई.जी. श्री संदीप त्यागी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “अपने बारे में हमेशा अच्छा सुनने की आदत डालें” और हर परिस्थिति में जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लें। समारोह में विद्या भारती गोरक्ष प्रांत के प्रदेश निरीक्षक श्री राम सिंह, विद्यालय के प्रबंधक डॉ. एस.पी. सिंह, प्रधानाचार्य श्री गोविंद सिंह और सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रियंका सिंह की विशिष्ट उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक वंदना, दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुआ। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। प्रधानाचार्य ने प्रास्ताविकी प्रस्तुत कर अतिथियों का परिचय कराया, जिसके बाद उनका अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि डी.आई.जी. संदीप त्यागी ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने विद्यालय की शिक्षा–व्यवस्था, अनुशासन और छात्रों की उपलब्धियों की सराहना की। विशिष्ट अतिथि श्री राम सिंह ने पंचकोशीय विकास की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों को मूल विषयों पर मजबूत पकड़ बनाने की सलाह दी, ताकि वे भविष्य में सफल हो सकें। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पुरस्कार वितरण रहा। कक्षा 10 और 12 में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के टॉपर छात्रों को टैबलेट प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया। इसके अतिरिक्त, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पांच टॉपर विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। अटल टिंकरिंग लैब में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित मॉडल तैयार करने वाले सचिन, आलेख त्रिपाठी, अथर्व गुप्ता और सर्वेश शुक्ला को भी सम्मानित किया गया। उनके मार्गदर्शक अटल प्रमुख अंकित कुमार गुप्ता का भी सम्मान किया गया। कई आचार्य-आचार्या बहनों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। अंत में, विद्यालय के प्रबंधक डॉ. एस.पी. सिंह ने सभी अभिभावकों, आचार्यों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ आचार्य डॉ. राजन श्रीवास्तव, आशीष सिंह और वायुनंदन मिश्र ने किया। शांति मंत्र के साथ समारोह का सफलतापूर्वक समापन हुआ।









































