सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी विकासखंड स्थित दुधवनिया बुजुर्ग गांव में शनिवार दोपहर को 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक, अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर के संघर्ष और योगदान पर एक राष्ट्रीय स्तरीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 730 के बगल स्थित कंपोजिट विद्यालय के सामने मैदान में होगा। यह गांव महान स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अब्दुल कयूम रहमानी की जन्मभूमि है। उनकी वीरगति और बलिदान को समर्पित यह आयोजन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय करेंगे। प्रमुख वक्ताओं में विख्यात चिंतक प्रोफेसर राम पुनियानी और इतिहास विशेषज्ञ प्रोफेसर रविकांत शामिल होंगे। वे बहादुर शाह जफर के जीवन, साहित्य, राष्ट्रभक्ति और हिंदू-मुस्लिम एकता के उनके सशक्त संदेश पर प्रकाश डालेंगे। स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अब्दुल कयूम रहमानी फाउंडेशन के अध्यक्ष बदरे आलम ने बताया कि दुधवनिया बुजुर्ग की यह ऐतिहासिक भूमि दूसरी बार बहादुर शाह जफर पर राष्ट्रीय विमर्श की मेजबानी कर रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से युवाओं में देशभक्ति, इतिहास के प्रति जागरूकता और सामाजिक सौहार्द का संदेश जाएगा। बदरे आलम ने जोर दिया कि स्वतंत्रता किसी एक वर्ग या धर्म की देन नहीं, बल्कि सभी नागरिकों के संयुक्त संघर्ष से प्राप्त हुई है। आयोजन समिति के सदस्य शुक्रवार से ही तैयारियों में जुटे हुए हैं। मंच और पंडाल को राष्ट्रीय धरोहर की थीम पर सजाया गया है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है।
बहादुर शाह जफर पर राष्ट्रीय विचार गोष्ठी:सिद्धार्थनगर के दुधवनिया बुजुर्ग में आज होगा आयोजन
सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी विकासखंड स्थित दुधवनिया बुजुर्ग गांव में शनिवार दोपहर को 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक, अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर के संघर्ष और योगदान पर एक राष्ट्रीय स्तरीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 730 के बगल स्थित कंपोजिट विद्यालय के सामने मैदान में होगा। यह गांव महान स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अब्दुल कयूम रहमानी की जन्मभूमि है। उनकी वीरगति और बलिदान को समर्पित यह आयोजन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय करेंगे। प्रमुख वक्ताओं में विख्यात चिंतक प्रोफेसर राम पुनियानी और इतिहास विशेषज्ञ प्रोफेसर रविकांत शामिल होंगे। वे बहादुर शाह जफर के जीवन, साहित्य, राष्ट्रभक्ति और हिंदू-मुस्लिम एकता के उनके सशक्त संदेश पर प्रकाश डालेंगे। स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अब्दुल कयूम रहमानी फाउंडेशन के अध्यक्ष बदरे आलम ने बताया कि दुधवनिया बुजुर्ग की यह ऐतिहासिक भूमि दूसरी बार बहादुर शाह जफर पर राष्ट्रीय विमर्श की मेजबानी कर रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से युवाओं में देशभक्ति, इतिहास के प्रति जागरूकता और सामाजिक सौहार्द का संदेश जाएगा। बदरे आलम ने जोर दिया कि स्वतंत्रता किसी एक वर्ग या धर्म की देन नहीं, बल्कि सभी नागरिकों के संयुक्त संघर्ष से प्राप्त हुई है। आयोजन समिति के सदस्य शुक्रवार से ही तैयारियों में जुटे हुए हैं। मंच और पंडाल को राष्ट्रीय धरोहर की थीम पर सजाया गया है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है।









































