शनिवार को बेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) क्षेत्र के बेवा, बगडीहवा, लोहरौली, परसा और महुआरा सहित विभिन्न केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण तथा प्रसव पूर्व जांच की गई। इस दौरान बेवा सीएचसी की सुपरवाइजर रीता मधुकर ने महुआरा उपकेंद्र का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह गतिविधियां संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत आयोजित की गईं। महुआरा में बीएचएनडी टीकाकरण के दौरान एएनएम स्वाति सिंह ने ड्यूलिस्ट के आधार पर गांव के बच्चों का टीकाकरण किया। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच भी की और उन्हें आवश्यक सुझाव दिए। निरीक्षण के दौरान सुपरवाइजर रीता मधुकर ने स्वास्थ्यकर्मियों को फोलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम की गोलियां आवश्यकतानुसार वितरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों को टीके के महत्व के बारे में जागरूक करने, महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की सलाह देने और संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया। मधुकर ने टीकाकरण केंद्र पर मौजूद महिलाओं को बताया कि प्रत्येक बुधवार और शनिवार को शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क टीकाकरण किया जाता है।
बेवा में टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण:सीएचसी सुपरवाइजर ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिए निर्देश
शनिवार को बेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) क्षेत्र के बेवा, बगडीहवा, लोहरौली, परसा और महुआरा सहित विभिन्न केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण तथा प्रसव पूर्व जांच की गई। इस दौरान बेवा सीएचसी की सुपरवाइजर रीता मधुकर ने महुआरा उपकेंद्र का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह गतिविधियां संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत आयोजित की गईं। महुआरा में बीएचएनडी टीकाकरण के दौरान एएनएम स्वाति सिंह ने ड्यूलिस्ट के आधार पर गांव के बच्चों का टीकाकरण किया। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच भी की और उन्हें आवश्यक सुझाव दिए। निरीक्षण के दौरान सुपरवाइजर रीता मधुकर ने स्वास्थ्यकर्मियों को फोलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम की गोलियां आवश्यकतानुसार वितरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों को टीके के महत्व के बारे में जागरूक करने, महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की सलाह देने और संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया। मधुकर ने टीकाकरण केंद्र पर मौजूद महिलाओं को बताया कि प्रत्येक बुधवार और शनिवार को शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क टीकाकरण किया जाता है।









































