अगर केजरीवाल दिल्ली हारे तो टूट सकती है आम आदमी पार्टी, पंजाब में भी होगा बुरा हाल

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नई दिल्ली। दिल्ली में आज यानी शनिवार को विधानसभा चुनाव के परिणाम आ रहे हैं। अभी कुछ ही घंटों में पता चल जाएगा कि दिल्ली की सत्ता में आम आदमी पार्टी फिर से स्थापित होगी या फिर बीजेपी का 27 सालों का वनवास खत्म होगा। वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स की मानें तो भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, AAP के नेताओं को उम्मीद है कि फिर से उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी।

अगर AAP हारती है तो फिर क्या होगा?

इस बीच सवाल उठ रहा है कि अगर आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा का चुनाव हार जाती है तो फिर क्या होगा? राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक अगर दिल्ली चुनाव में AAP की हार होती है तो फिर पार्टी में टूट हो सकती है। दिल्ली आम आदमी पार्टी की जन्म-स्थली है, पार्टी का मुख्यालय भी दिल्ली में स्थित है। दिल्ली की सत्ता में रहते हुए ही ‘आप’ ने पार्टी का विस्तार पंजाब से लेकर गुजरात और फिर गोवा तक किया है।

 

 

ऐसे में अगर दिल्ली का अपना गढ़ ही आम आदमी पार्टी हार जाती है तो फिर उसकी विस्तार की योजनाओं को बड़ा झटका लगेगा। कई राज्यों में AAP में टूट देखी जा सकती है, पार्टी के बड़े नेता अरविंद केजरीवाल का साथ छोड़ सकते हैं। आने वाले सालों में जब पंजाब और फिर गुजरात में विधानसभा के चुनाव होंगे वहां भी पार्टी के प्रदर्शन पर दिल्ली चुनाव का असर दिख सकता है।

2015, 2020 में मिली है ऐतिहासिक जीत

गौरतलब है कि 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली है। 2015 के चुनाव में जहां AAP ने 70 में 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं 2020 के दिल्ली चुनाव में AAP को 70 में से 62 सीटों पर जीत मिली थी। इस दौरान दोनों ही बार पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके अलावा 2013 के चुनाव में AAP, कांग्रेस के साथ मिलकर 49 दिनों की सरकार चला चुकी है। उस वक्त भी केजरीवाल दिल्ली के सीएम बने थे। केजरीवाल कुल मिलाकर 3 बार दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।