सिद्धार्थनगर के ढेबरूआ थाना क्षेत्र स्थित ढेकहरी बुजुर्ग गांव में विजयदशमी की शाम एक घर में लूट की वारदात हुई। नकाबपोश बदमाशों ने घर की बहू को बंधक बनाकर गहने लूट लिए और फरार हो गए। पुलिस ने पहले इस घटना को ‘झूठा’ बताया था, लेकिन बाद में सामने आए वीडियो ने सच्चाई उजागर कर दी।
ये है मामला
यह घटना गुरुवार शाम करीब 8 बजे नागेंद्र कश्यप के दो मंजिला मकान में हुई। उनके परिवार में नागेंद्र कश्यप, उनकी पत्नी, छोटा बेटा छोटू और उसकी पत्नी मधु शामिल हैं। छोटू और मधु की शादी सात महीने पहले हुई थी।
घटना के समय, परिवार के सभी सदस्य विजयदशमी और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन का कार्यक्रम देखने गांव से बाहर गए हुए थे। घर की ऊपरी मंजिल पर छोटू की पत्नी मधु अकेली थीं।
इसी दौरान दो नकाबपोश बदमाश घर में घुस गए। उन्होंने सबसे पहले घर का बिजली कनेक्शन काट दिया, जिससे चारों ओर अंधेरा हो गया। इसके बाद वे सीधे मधु के कमरे में पहुंचे और उनके गले व दोनों हाथों को रस्सी से कसकर बांध दिया। मधु बेहोश हो गईं।
बदमाशों ने मधु के शरीर से सोने-चांदी के गहने उतार लिए। उन्होंने कमरे में रखी अलमारी भी खंगाल डाली और सामान बिखेर दिया।
जब परिवार विसर्जन देखकर घर लौटा और बिजली चालू की, तो अचानक घर में रोशनी हो गई। लुटेरों को परिवार के आने का आभास हुआ। घबराकर दोनों नकाबपोश बदमाश छत से कूदकर फरार हो गए।
छोटू जब अपने कमरे की ओर गया, तो उसने दो लोगों को छत से कूदते देखा। कमरे में दाखिल होने पर उसने अपनी पत्नी मधु को बेहोश और बंधे हुए पाया। इस घटना के संबंध में जब पुलिस से पूछताछ की गई, तो ढेबरूआ के प्रभारी निरीक्षक नारायण लाल श्रीवास्तव ने इसे ‘झूठा’ करार दिया था। हालांकि, बाद में सामने आए एक वीडियो ने घटना की सच्चाई को उजागर कर दिया।