उत्तर प्रदेश मत्स्य जीवी सहकारी संघ के सभापति वीरू साहनी ने जनपद भ्रमण के दौरान विकास भवन सभागार में मत्स्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। यह बैठक शाम 6 बजे आयोजित की गई। समीक्षा के दौरान सभापति साहनी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में प्रदेश सरकार मत्स्य पालकों के आर्थिक उत्थान के लिए कई लाभकारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने जोर दिया कि इन योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र मत्स्य पालक तक पहुंचना सुनिश्चित किया जाए। साहनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में मत्स्य सहकारी समितियों की संख्या बढ़ाई जाए। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक मत्स्य पालकों को संगठित कर योजनाओं से जोड़ना है। उन्होंने ग्राम स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित कर मत्स्य पालकों को विभागीय योजनाओं का लाभ देने को भी कहा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मत्स्य विभाग के तालाबों पर किसी भी प्रकार के अवैध अतिक्रमण को रोकने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, सहायक निदेशक मत्स्य, मत्स्य निरीक्षक, सहकारी समितियों के प्रतिनिधि और अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
बलरामपुर में मत्स्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा की:पात्र मत्स्य पालकों तक लाभ पहुंचाने और अतिक्रमण रोकने के निर्देश दिए
उत्तर प्रदेश मत्स्य जीवी सहकारी संघ के सभापति वीरू साहनी ने जनपद भ्रमण के दौरान विकास भवन सभागार में मत्स्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। यह बैठक शाम 6 बजे आयोजित की गई। समीक्षा के दौरान सभापति साहनी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में प्रदेश सरकार मत्स्य पालकों के आर्थिक उत्थान के लिए कई लाभकारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने जोर दिया कि इन योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र मत्स्य पालक तक पहुंचना सुनिश्चित किया जाए। साहनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में मत्स्य सहकारी समितियों की संख्या बढ़ाई जाए। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक मत्स्य पालकों को संगठित कर योजनाओं से जोड़ना है। उन्होंने ग्राम स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित कर मत्स्य पालकों को विभागीय योजनाओं का लाभ देने को भी कहा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मत्स्य विभाग के तालाबों पर किसी भी प्रकार के अवैध अतिक्रमण को रोकने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, सहायक निदेशक मत्स्य, मत्स्य निरीक्षक, सहकारी समितियों के प्रतिनिधि और अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।





















