सिद्धार्थनगर के बढ़नी विकासखंड में ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों (सचिवों) ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह विरोध ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने और गैर-विभागीय कार्यों को थोपने के खिलाफ है, जिससे उनके शासकीय कार्यों में बाधा आ रही है। ग्राम पंचायत अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के तत्वावधान में सोमवार से सभी सचिव हाथों में काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य कर रहे हैं। इसे ‘शांतिपूर्ण सत्याग्रह आंदोलन’ का नाम दिया गया है। सचिव रविकांत यादव और अनुपम सिंह ने बताया कि काली पट्टी बांधकर कार्य करने का यह विरोध 4 दिसंबर तक जारी रहेगा। इसके बाद, 5 दिसंबर से सभी सचिव शासकीय कार्यों के लिए अपने निजी साधनों, जैसे मोबाइल और वाहन, का उपयोग बंद कर देंगे। विरोध के अगले चरण में, 15 दिसंबर को सभी सचिव अपने डोंगल (इंटरनेट डिवाइस) ब्लॉक कार्यालय में जमा कर देंगे। इससे ऑनलाइन कार्यों में पूर्ण बाधा उत्पन्न हो जाएगी। समन्वय समिति का कहना है कि वे इस आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगों को गति देंगे और विभाग का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर आकर्षित करेंगे। क्षेत्र के कई बुद्धिजीवियों ने सचिवों के इस विरोध पर चिंता व्यक्त की है। उनका मानना है कि इस प्रदर्शन से ग्राम पंचायतों के विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं, जिससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। विरोध प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ सचिव उदय प्रकाश गौतम, रविकांत यादव, अवधेश यादव, अनुपम सिंह सहित कई अन्य सचिव मौजूद रहे।
सिद्धार्थनगर में ग्राम पंचायत सचिवों का काली पट्टी विरोध:विकास कार्य ठप होने की आशंका
सिद्धार्थनगर के बढ़नी विकासखंड में ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों (सचिवों) ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह विरोध ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने और गैर-विभागीय कार्यों को थोपने के खिलाफ है, जिससे उनके शासकीय कार्यों में बाधा आ रही है। ग्राम पंचायत अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के तत्वावधान में सोमवार से सभी सचिव हाथों में काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य कर रहे हैं। इसे ‘शांतिपूर्ण सत्याग्रह आंदोलन’ का नाम दिया गया है। सचिव रविकांत यादव और अनुपम सिंह ने बताया कि काली पट्टी बांधकर कार्य करने का यह विरोध 4 दिसंबर तक जारी रहेगा। इसके बाद, 5 दिसंबर से सभी सचिव शासकीय कार्यों के लिए अपने निजी साधनों, जैसे मोबाइल और वाहन, का उपयोग बंद कर देंगे। विरोध के अगले चरण में, 15 दिसंबर को सभी सचिव अपने डोंगल (इंटरनेट डिवाइस) ब्लॉक कार्यालय में जमा कर देंगे। इससे ऑनलाइन कार्यों में पूर्ण बाधा उत्पन्न हो जाएगी। समन्वय समिति का कहना है कि वे इस आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगों को गति देंगे और विभाग का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर आकर्षित करेंगे। क्षेत्र के कई बुद्धिजीवियों ने सचिवों के इस विरोध पर चिंता व्यक्त की है। उनका मानना है कि इस प्रदर्शन से ग्राम पंचायतों के विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं, जिससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। विरोध प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ सचिव उदय प्रकाश गौतम, रविकांत यादव, अवधेश यादव, अनुपम सिंह सहित कई अन्य सचिव मौजूद रहे।









































