जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने शनिवार को उप निबंधन कार्यालय उतरौला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, उपजिलाधिकारी अभय सिंह और तहसीलदार वीरेंद्र प्रताप भी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कार्यालय में रजिस्ट्री प्रक्रियाओं, अभिलेखों के रख-रखाव, कर्मचारियों की उपस्थिति, ऑनलाइन सेवाओं और आमजन को मिलने वाली सुविधाओं का विस्तृत जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने स्टाम्प रजिस्टर, वसीयत, बैनामा सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की गहनता से जांच की। जिलाधिकारी ने कर्मचारियों को सभी अभिलेखों का अद्यतन रख-रखाव सुनिश्चित करने और प्रत्येक नागरिक को समयबद्ध सेवाएँ प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्यालय परिसर की साफ-सफाई का भी जायजा लिया और कमियाँ पाए जाने पर तत्काल सुधार के आदेश दिए। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उपजिलाधिकारी अभय सिंह और तहसीलदार वीरेंद्र प्रताप को शिकायत निवारण प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप उप निबंधन कार्यालयों में पारदर्शिता और दक्षता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आमजन से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को भी सुना।
डीएम विपिन जैन ने उतरौला कार्यालय का किया औचक निरीक्षण:रजिस्ट्री कार्यों, अभिलेखों और सुविधाओं की जांच; एसपी भी रहे मौजूद
जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने शनिवार को उप निबंधन कार्यालय उतरौला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, उपजिलाधिकारी अभय सिंह और तहसीलदार वीरेंद्र प्रताप भी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कार्यालय में रजिस्ट्री प्रक्रियाओं, अभिलेखों के रख-रखाव, कर्मचारियों की उपस्थिति, ऑनलाइन सेवाओं और आमजन को मिलने वाली सुविधाओं का विस्तृत जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने स्टाम्प रजिस्टर, वसीयत, बैनामा सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की गहनता से जांच की। जिलाधिकारी ने कर्मचारियों को सभी अभिलेखों का अद्यतन रख-रखाव सुनिश्चित करने और प्रत्येक नागरिक को समयबद्ध सेवाएँ प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्यालय परिसर की साफ-सफाई का भी जायजा लिया और कमियाँ पाए जाने पर तत्काल सुधार के आदेश दिए। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उपजिलाधिकारी अभय सिंह और तहसीलदार वीरेंद्र प्रताप को शिकायत निवारण प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप उप निबंधन कार्यालयों में पारदर्शिता और दक्षता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आमजन से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को भी सुना।















