नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में दो-तीन दिन की राहत के बाद मंगलवार को मौसम ने फिर करवट ली। सुबह से ही आसमान में छाई धुंध धीरे-धीरे घने कोहरे में बदल गई। इसके चलते दृश्यता काफी कम हो गई, जिससे आम जनजीवन और आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ। घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया। वाहन चालकों को दिन में भी हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। सुबह और शाम के समय दुपहिया वाहन चालकों, स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और पैदल यात्रियों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ा। मुख्य मार्गों के साथ-साथ ग्रामीण संपर्क मार्गों पर भी यातायात धीमा रहा। मौसम में इस बदलाव के साथ ही तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड बढ़ गई है। ठंड बढ़ने से गरीब, मजदूर वर्ग और खुले में काम करने वाले लोगों को सर्वाधिक परेशानी हो रही है। सुबह-शाम बढ़ती ठिठुरन के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं, वहीं बाजारों और सड़कों पर भी लोगों की आवाजाही कम देखी गई। नगर पंचायत क्षेत्र में ठंड से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था अभी भी अपर्याप्त है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ठंड लगातार बढ़ रही है, लेकिन प्रशासन द्वारा अलाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। लोग मजबूरी में स्वयं लकड़ी और कूड़ा इकट्ठा कर अलाव जला रहे हैं। लाल जी, महेश कुमार, इस्लाम अली, अहमद हुसैन ने नगर पंचायत प्रशासन से मांग की है कि ठंड को देखते हुए प्रमुख चौराहों, बाजार और भीड़भाड़ वाले इलाकों में तत्काल अलाव की व्यवस्था की जाए, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके। फिलहाल, मौसम के बिगड़े मिजाज और प्रशासनिक उदासीनता से क्षेत्रवासियों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं।
भारत भारी में छाया घना कोहरा:दृश्यता कम होने से जनजीवन प्रभावित, पारा नीचे गिरने से ठंड बढ़ी, अलाव की व्यवस्था नदारद
नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में दो-तीन दिन की राहत के बाद मंगलवार को मौसम ने फिर करवट ली। सुबह से ही आसमान में छाई धुंध धीरे-धीरे घने कोहरे में बदल गई। इसके चलते दृश्यता काफी कम हो गई, जिससे आम जनजीवन और आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ। घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया। वाहन चालकों को दिन में भी हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। सुबह और शाम के समय दुपहिया वाहन चालकों, स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और पैदल यात्रियों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ा। मुख्य मार्गों के साथ-साथ ग्रामीण संपर्क मार्गों पर भी यातायात धीमा रहा। मौसम में इस बदलाव के साथ ही तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड बढ़ गई है। ठंड बढ़ने से गरीब, मजदूर वर्ग और खुले में काम करने वाले लोगों को सर्वाधिक परेशानी हो रही है। सुबह-शाम बढ़ती ठिठुरन के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं, वहीं बाजारों और सड़कों पर भी लोगों की आवाजाही कम देखी गई। नगर पंचायत क्षेत्र में ठंड से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था अभी भी अपर्याप्त है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ठंड लगातार बढ़ रही है, लेकिन प्रशासन द्वारा अलाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। लोग मजबूरी में स्वयं लकड़ी और कूड़ा इकट्ठा कर अलाव जला रहे हैं। लाल जी, महेश कुमार, इस्लाम अली, अहमद हुसैन ने नगर पंचायत प्रशासन से मांग की है कि ठंड को देखते हुए प्रमुख चौराहों, बाजार और भीड़भाड़ वाले इलाकों में तत्काल अलाव की व्यवस्था की जाए, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके। फिलहाल, मौसम के बिगड़े मिजाज और प्रशासनिक उदासीनता से क्षेत्रवासियों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं।









































