आईआईटी दिल्ली में आयोजित चार दिवसीय टेकाथॉन-2025 का समापन हो गया है। इस राष्ट्रीय आयोजन में देशभर से 100 चयनित एटीएल इनोवेटर्स ने अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। सरस्वती विद्या मंदिर, रामबाग बस्ती के तीन प्रोजेक्ट्स ने शीर्ष 20 में स्थान बनाकर जिले का प्रतिनिधित्व किया। सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामबाग बस्ती के छात्रों ने इस आयोजन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। एग्रीकल्चर बेस्ड ‘एग्रीटेकबॉट’ और वेस्ट वाटर मैनेजमेंट मॉडल ‘एक्वासेन्स’ प्रस्तुत करने वाले छात्र सचिन और आलेख (दिव्यांशु) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्हें 10,000-10,000 रुपये, स्मृति-चिह्न और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में, ‘एंटी-ड्रोन डिफेंस स्काई-लॉक 360’ प्रोजेक्ट के लिए छात्र अथर्व गुप्ता ने द्वितीय स्थान हासिल किया। उन्हें 5,000 रुपये और सम्मान प्रदान किया गया। छात्र सर्वेश शुक्ला को भी प्रोत्साहन सम्मान से नवाजा गया। इन सभी सफल प्रोजेक्ट्स का निर्माण विद्यालय के अटल प्रमुख आचार्य अंकित कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में किया गया था। टेकाथॉन-2025 के तहत अप्रैल से सितंबर के बीच विभिन्न थीम पर प्रोजेक्ट तैयार किए गए थे। इनमें से विद्या मंदिर रामबाग के चार प्रोजेक्ट शीर्ष 100 में चुने गए थे। आईआईटी दिल्ली में आयोजित प्रदर्शनी में मूल्यांकन के बाद, इनमें से तीन प्रोजेक्ट्स ने राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 20 में जगह बनाई। समापन समारोह को संबोधित करते हुए विद्या भारती अखिल भारतीय संगठन मंत्री गोविन्द चन्द्र महंत ने ‘विकसित भारत का सपना—तकनीक और नवाचार से होगा साकार’ का संदेश दिया। आईआईएम रांची के निदेशक प्रो. दीपक श्रीवास्तव ने नवाचार को समस्या-समाधान से आगे बढ़कर सेवा-निर्माण का माध्यम बताया और विद्यार्थियों को निरंतर प्रयोग व शोध के लिए प्रेरित किया। इस दौरान टेकाथॉन-2026 का पोस्टर भी जारी किया गया। इस अवसर पर डॉ. रविंदर कन्हैरे, कमल किशोर सिंह, आर. पी. खेतान, एआईसीटीई (AICTE) चेयरमैन प्रो. टी. जी. सीताराम और प्रो. वीरेंद्र कुमार विजय सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। विद्यालय के प्रधानाचार्य गोविन्द सिंह और प्रबंध समिति ने छात्रों व आचार्यों के इस प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की है।









































