परतावल ब्लॉक के धनहा नायक स्थित जीडी नेशनल स्कूल में मंगलवार को बाल विवाह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के तहत आयोजित किया गया था। विद्यालय में एक लघु नाटक के माध्यम से बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। इस दौरान बालश्रम, बाल यौन शोषण और बाल तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों पर भी जागरूकता फैलाई गई। विद्यालय के निदेशक चंदन गुप्ता ने बताया कि राजा राम मोहन राय ने बाल विवाह प्रथा को समाप्त करने के लिए सबसे पहले आंदोलन चलाया था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विवाह के समय लड़की की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और लड़के की 21 वर्ष होना अनिवार्य है। इस जागरूकता कार्यक्रम में निदेशक चंदन गुप्ता, प्रधानाचार्य ए.के. और सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
महराजगंज के स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम: लघु नाटक से बताए गए बाल विवाह के दुष्परिणाम – Shyam Deurawa(Maharajganj sadar) News
परतावल ब्लॉक के धनहा नायक स्थित जीडी नेशनल स्कूल में मंगलवार को बाल विवाह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के तहत आयोजित किया गया था। विद्यालय में एक लघु नाटक के माध्यम से बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। इस दौरान बालश्रम, बाल यौन शोषण और बाल तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों पर भी जागरूकता फैलाई गई। विद्यालय के निदेशक चंदन गुप्ता ने बताया कि राजा राम मोहन राय ने बाल विवाह प्रथा को समाप्त करने के लिए सबसे पहले आंदोलन चलाया था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विवाह के समय लड़की की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और लड़के की 21 वर्ष होना अनिवार्य है। इस जागरूकता कार्यक्रम में निदेशक चंदन गुप्ता, प्रधानाचार्य ए.के. और सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।









































