बहराइच में किसान को मारने वाला तेंदुआ पिंजरे में कैद:48 घंटे में कर चुका था दो बड़े हमले, किसान की गर्दन और चेहरा खा गया था

64

बहराइच के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज के एक गांव में रविवार को खेत में काम कर रहे एक युवक पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। युवक की मौत के बाद ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की थी। वन विभाग की और से गांव के पास लगाए गए पिंजरे में देर रात एक तेंदुआ कैद हुआ है। सूचना पर पहुंचे वन कर्मी उसे रेंज कार्यालय लेकर आए हैं।

मुर्तिहा कोतवाली के ककरहा रेंज के नौवना जंगल से सटे धर्मपुर बेझा के मजरे मैकूपुरवा में रविवार दोपहर में लगभग एक बजे तेंदुए ने 35 वर्षीय कंधई पुत्र जगजीवन पर हमला कर दिया था। हमले में युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखने को मिला था। जिसके बाद वन विभाग की और से देर शाम पिंजरा लगाया था।

बहराइच के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज के एक गांव में रविवार को खेत में काम कर रहे एक युवक पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। युवक की मौत के बाद ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की थी। वन विभाग की और से गांव के पास लगाए गए पिंजरे में देर रात एक तेंदुआ कैद हुआ है। सूचना पर पहुंचे वन कर्मी उसे रेंज कार्यालय लेकर आए हैं।

मुर्तिहा कोतवाली के ककरहा रेंज के नौवना जंगल से सटे धर्मपुर बेझा के मजरे मैकूपुरवा में रविवार दोपहर में लगभग एक बजे तेंदुए ने 35 वर्षीय कंधई पुत्र जगजीवन पर हमला कर दिया था। हमले में युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखने को मिला था। जिसके बाद वन विभाग की और से देर शाम पिंजरा लगाया था।

पिंजरे में कैद होने के बावजूद तेंदुआ लगातार हमलावर है। –
वन विभाग की टीम तेंदुए को रेंज कार्यालय लेकर आई है।
पिंजरे में बांधी गई थी बकरी सोमवार की सुबह करीब तीन बजे पिंजरे में बंधी बकरी के शिकार के चक्कर में आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन कर्मियों को दी। जानकारी पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुए को रेंज कार्यालय लेकर आई है।

तेंदुएं का होगा स्वास्थ्य परीक्षण कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के वनाधिकारी बी शिवशंकर ने बताया- वन विभाग की और से लगाए गए पिंजरे में एक व्यस्क तेंदुआ कैद हुआ है। उसे रेंज कार्यालय लाया गया है। जहां पर उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।

रविवार को कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज के कोतवाली मुर्तिहा में स्थित धर्मपुर बेझा के निवासी कंधई (40) का घर के पास ही खेत है। रविवार सुबह कंधई अपने खेत की रखवाली करने गया था। कुछ देर रुकने के बाद वह यहां से जाकर बाग में कुछ काम करने लगा। इसी दौरान जंगल से निकल कर तेंदुए आया। उसने कंधई पर हमला कर दिया। वह चीखा, लेकिन सूनसान जगह होने के कारण उसकी चीख किसी ने नहीं सुनी।

चेहरे और गले पर थे दांत के गहरे निशान

शरीर के पूरे में गहरे दांत और पंजे के निशान मिले थे। इस घटना के बाद वन विभाग की कार्यशैली से ग्रामीण बेहद नाराज दिखाई पड़ रहे थे – Dainik Bhaskar
शरीर के पूरे में गहरे दांत और पंजे के निशान मिले थे। इस घटना के बाद वन विभाग की कार्यशैली से ग्रामीण बेहद नाराज दिखाई पड़ रहे थे
तंदुए उसे खींचकर जंगल में ले गया। उसे मार डाला। परिवार उसे तलाश करते हुए खेत पहुंचे तो वहा उसका कंधई का क्षत-विक्षत शव पड़ा मिला। यह देख वह चीख-पड़े। सूचना पर आसपास के लाेग मौके पर पहुंचे। पुलिस और वन विभाग को सूचना दी गई।

उसके चेहरे पर पंजे निशान थे। गले पर तीन जगह तंदुए के दांत के निशान थे। यहां से मांस निकाल कर तंदुआ खा गया। शरीर के पूरे हिस्साें में गहरे दांत और पंजे के निशान मिले थे।

मीणों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखने को मिला था।
मीणों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखने को मिला था।
तीन दिन पहले भी तंदुए ने किया था हमला वहीं तीन दिन पहले भी तेंदुए ने हमला कर एक किशोरी समेत दो लोगों को घायल कर दिया था। पहली घटना धर्मापुर रेंज के हरखापुर गांव में हुई। खेत में काम कर रहे 35 वर्षीय मधुसूदन पर तेंदुए ने हमला कर दिया। मधुसूदन ने बहादुरी से संघर्ष कर अपनी जान बचाई। घटना के बाद परिवार ने उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां से गंभीर स्थिति के कारण उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

दूसरी घटना सुजौली इलाके के अयोध्या पुरवा गांव में हुई। गुरुवार रात घर के बाहर सो रही 13 वर्षीय सायबा पर तेंदुए ने हमला किया। उसकी चीख-पुकार सुनकर जागे परिजन और ग्रामीणों ने शोर मचाया। जिससे तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। किशोरी को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

48 घंटे में दो बड़े हमले.. कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ अंतर्गत मुर्तिहा कोतवाली में ही 48 घंटे में तेंदुए के हमले की ये दूसरी बड़ी वारदात सामने आई है। इससे पूर्व हरखापुर गांव में किसान मधुसूदन मौर्या पर तेंदुए ने उस समय हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया था जब वो अपने खेत में लौकी काटने गए थे। वहीं रविवार धर्मापुर गांव में कंधई की तो हमलाकर जान ही ले ली।

वन विभाग की कार्यशैली से नाराज थे ग्रामीण इस घटना के बाद वन विभाग की कार्यशैली से ग्रामीण बेहद नाराज दिखाई पड़ रहे थे धर्मापुर बेझा गांव निवासी बालकिशुन यादव ने बताया- खेत में वह (मृतक) बैठा था। बाघ आया और खेत से किसान को ले गया। इसके बाद वन विभाग का कोई नहीं आया। केवल दरोगा आया है केवल मुंशी आया है।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )