बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस:बलरामपुर के थारू संग्रहालय में हुआ भव्य आयोजन

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पचपेड़वा (बलरामपुर)। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को थारू संग्रहालय इमिलिया कोडर में जनजातीय गौरव दिवस का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन बलरामपुर और दीनदयाल शोध संस्थान इमिलिया कोडर के संयुक्त सौजन्य से आयोजित हुआ। इसमें जनजातीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर और भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष व योगदान को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. विक्रम प्रसाद पांडे, दीनदयाल शोध संस्थान के वरिष्ठ सदस्य और अयोध्या महानगर के संघ चालक रहे। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा को देश की आदिवासी अस्मिता का प्रतीक बताया और उनकी क्रांतिकारी भूमिका पर प्रकाश डाला। शोध संस्थान के शुभचिंतक और लखन लाल शरण डिग्री कॉलेज गोंडा के प्राचार्य डॉ. अजय प्रताप मिश्रा भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। थारू संग्रहालय के अधीक्षक आशुतोष शुक्ला ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर जनजातीय समाज के वरिष्ठजन मंगल प्रसाद थारू, रामसुंदर थारू, कोहरगड्डी की ग्राम प्रधान नीलम थारू और चंदनपुर की ग्राम प्रधान फूलमती सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। जिला प्रशासन ने जनहित को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए। इन स्टॉलों पर एक दर्जन से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए और सैकड़ों लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए “पोषण का वहि” कार्यक्रम संचालित किया। थारू विकास परियोजना द्वारा थारू जनजाति की पारंपरिक वस्तुओं का आकर्षक प्रदर्शन किया गया। सांस्कृतिक और खेलकूद प्रतियोगिताओं में महाराणा प्रताप ग्रामोदय इंटर कॉलेज, राजकीय आश्रम पद्धति विशुनपुर विश्राम और युवा कल्याण विभाग के बच्चों व युवाओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। सभी प्रतिभागियों को मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, लगभग छह ग्राम सभाओं में महिला और युवा मंगल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार इन प्रतियोगिताओं के सभी प्रतिभागियों को किट प्रदान की गई। यह आयोजन जनजातीय गौरव का प्रतीक होने के साथ-साथ आदिवासी संस्कृति, स्वास्थ्य, शिक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
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