बस्ती में बिना डॉक्टर के चल रहे फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर, प्रशासन की छापेमारी से मचा हड़कंप

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बस्ती – जनपद में चल रहे फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर डीएम के निर्देश के बाद छापेमारी की गई है | इस दौरान कुछ संचालक फरार हो गए, यहां सेंटरों में बिना डॉक्टर के ही अल्ट्रासाउंड किए जा रहे थे | प्रदेश की योगी सरकार लगातार फर्जी तरीके से कारोबार करने वाले लोगों की धरपकड़ कर रही है | फर्जी हॉस्पिटल, फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज समेत फर्जी अल्ट्रासाउंड संचालकों की धरपकड़ में तेजी दिखाई दे रही है | आए दिन लोग इन फर्जी संचालकों के शिकार होते है, उसी क्रम में जिलाधिकारी अंद्रा वामसी के निर्देश पर फर्जी तरीके से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी शुरू हुई. जहां सदर एसडीएम गुलाब चंद ने टीम के साथ पहुंचकर कार्रवाई की |
इस दौरान आनन फानन में कुछ सेंटर संचालक तो सेंटर बंदकर भागने में कामयाब हो गए, लेकिन आधा दर्जन संचालक मौके पर मौजूद मिले | इन सेंटरो में कोई डॉक्टरों नहीं था. ये पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के महिला अस्पताल का है, जहां अस्पताल के सामने सालों से फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहे हैं | शिकायत थी कि यहां एक लाइसेंस पर कई अल्ट्रसाउंड सेंटर संचालित हो रहे हैं. नामित डॉक्टरों के नाम पर ये अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं. अल्ट्रासाउंड संचालकों में उस समय हड़कंप मच गया जब प्रशासनिक अमले ने अचानक से छापेमारी की | कुछ सेंटर तो खुले मिलें जहां अधिकारियों ने जांच पड़ताल की, वहीं कुछ अपने सेंटरों बंदकर भाग खड़े हुए | पुलिस बल को देख पहले तो हर कोई हैरान रह गया, लेकिन बाद में पता चला कि अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर कार्रवाई की जा रही है, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली |
इस पूरे मामले पर सदर एसडीएम गुलाब चंद ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट अंद्रा वामसी का निर्देश है कि सभी अल्ट्रासाउंड मशीनों की चेंकिंग की जाए | इसकी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ अल्ट्रासाउंड मशीनें बिना दक्ष डॉक्टर के चलाई जा रही हैं. कुछ के संबंध में शिकायतें हैं कि उनके पास रजिस्ट्रेशन नहीं है. जो डॉक्टर नामित हैं, वो बैठते नहीं हैं. उनके नाम से रजिस्ट्रेशन ले लिया गया है और एक डॉक्टर के नाम दस-दस रजिस्ट्रेशन हैं और वो डॉक्टर कभी रहते नहीं हैं |