देश में डेंगू के मामलों में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर

114

Maharashtra Mumbai Dengue Case: महाराष्ट्र में मच्छरों का कहर काफी बढ़ गया है। इस वजह से राज्य में डेंगू का प्रकोप देखने को मिल रहा है। ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्य में हर दिन हर घंटे औसतन दो मरीज डेंगू से संक्रमित हो रहे हैं। इससे चिंता बढ़ गई है। डेंगू के मामले में महाराष्ट्र का देश में तीसरा स्थान है। उत्तर प्रदेश में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं।

मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा कहां?

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इस साल 1 जनवरी से 30 नवंबर तक देशभर में 2 लाख 34 हजार 427 डेंगू मरीज मिले, जिनमें से महाराष्ट्र में डेंगू मरीजों की संख्या 17 हजार 531 है। जबकि उत्तर प्रदेश में डेंगू के सबसे अधिक 33 हजार 75 मामले सामने आये। दूसरे स्थान पर बिहार है, जहां कुल 19 हजार 672 मरीज पाए गए।

मुंबई में गंभीर बीमारी के कितने मरीज?

मुंबई समेत राज्यभर में लोगों के स्वास्थ्य पर मच्छर जनित बीमारियों का काफी दुष्प्रभाव पड़ा है। स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में आंकड़े जारी किए हैं। इसके मुताबिक पूरे देश से तुलना करें तो महाराष्ट्र में सात फीसदी मरीज मिले हैं। इनमें से 4 हजार 300 मरीज मुंबई में मिले। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ निर्देश जारी किए गए हैं। नागरिकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे मच्छरों के प्रसार को रोकने के लिए और उनसे बचाव के लिए उचित सावधानी बरतें व देखभाल करें।

4 साल में सबसे ज्यादा मामले

आंकड़ों के मुताबिक, पिछले चार साल की तुलना में इस साल महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। 2020 में डेंगू मरीजों की संख्या 3 हजार 356 थी, जबकि 2021 में राज्य में मरीजों की संख्या 12 हजार 720 हो गयी। साल 2022 में राज्य में 8 हजार 578 डेंगू के मरीज मिले थे, जबकि इस साल यानी नवंबर 2023 तक राज्य में कुल 17 हजार 541 लोग गंभीर बीमारी से संक्रमित मिले हैं।

देश में डेंगू के मामलों में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। मुंबई, नागपुर, नासिक, पुणे और ठाणे जिलों में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। बढ़ते शहरीकरण, भीड़भाड़ और डेंगू से बचाव के उपायों का उचित पालन न होने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है। (Maharashtra has the second highest number of dengue cases in the country)

100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि

जनवरी से नवंबर तक राज्य में डेंगू के 17,528 मामले सामने आए।यह 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष 2022 की इस अवधि में 8578 मरीज पंजीकृत किये गये। इस साल राज्य में डेंगू से 14 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले साल डेंगू से जान गंवाने वालों की संख्या 27 थी। इस साल उत्तर प्रदेश में 33,319 मरीज मिले. 30 नवंबर तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुंबई, नागपुर, नासिक, पुणे, ठाणे में ग्रामीण इलाकों की तुलना में डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक है। अकेले मुंबई में राज्य के कुल मरीजों की एक तिहाई संख्या सामने आई है। मुंबई में 5261, नासिक में 1383 और नागपुर में 1295 मरीज मिले।

पर्यावरण में परिवर्तन, महामारी रोगों के फैलने के कारण रोगियों की संख्या में वृद्धि अधिक होती है। राज्य में डेंगू के निदान के लिए पांच लाख परीक्षण किए गए हैं। कोरोना संक्रमण के बाद राज्य में कीट रोगों पर नियंत्रण के लिए किये जाने वाले उपाय धीमे हो गये हैं।उन दो वर्षों के दौरान स्वास्थ्य प्रणाली का ध्यान कोरोना बीमारी को फैलने से रोकने पर था।