पत्नी ने प्लानिंग के तहत कराया पती का हत्या

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विजय राघव गढ़ पुलिस ने आरोपीयों को धर दबोचा अंधी हत्या का हुआ पर्दाफाश
विजय राघव गढ़ जिला कटनी
श्री अभिजीत कुमार रंजन पुलिस अधीक्षक कटनी के निर्देशन व श्री मनोज केडिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री के.पी. सिंह अनुविभागीय अधिकारी, श्रीमती ख्याति मिश्रा नगर पुलिस अधीक्षक कटनी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विजयराघवगढ़ अनूप सिंह के तत्परता से थाना स्टाफ की टीम के साथ मिलकर अंधी हत्या के तीन आरोपियों को गिरफ़्तार करने में मिली सफलता !
दिनांक 16 जनवरी 2024 को दोपहर थाना विजयराघवगढ़ मोबाईल से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बंजारी वन परिक्षेत्र के मेड़ पर एक अज्ञात पुरूष का शव मृत अवस्था में पड़ा है। सूचना पर थाना प्रभारी विजयराघवगढ़ अपने स्टाप के साथ घटना स्थल पहुचकर जांच प्रारंभ करते हुये अज्ञात पुरूष की पहचान हेतु वहां से निकलने वाले राहगीरों व आसपास के लोगों से पूछताछ फोटो दिखा कर पहचान शुरू किया किन्तु काफी मसक्कत करने के बाद धनवाही गांव के कुछ लोग शव को देखने पर उसकी पहचान रमाकांत पटेल पिता कृष्ण कुमार उम्र करीबन 23 वर्ष निवासी ग्राम धनवाही थाना बदेरा के रूप में हुई। मृतक के परिजनों को पहचानकर्ताओं के माध्यम से सूचित किया गया। अज्ञात मृतक व अज्ञात आरोपी की तलास करने हेतु एफ.एस.एल. टीम जबलपुर एवं फिंगर प्रिंट, डाग स्काट कटनी की टीम मौके पर पहुची तथा उक्त घटना स्थल पर मृतक के परिजन भी घटना स्थल पर उपस्थित आये। जिन्होंने रमाकांत को पहचानना बताया। मौके पर जांच कार्यवाही करने के दौरान मृतक के परिजन अत्यंत आक्रोशित होते हुये शव का पी.एम. शीघ्र न कराते हुये लाईन आडर की स्थिति निर्मित का भरसक प्रयास किया गया। जिसकी सूचना थाना प्रभारी ने पुलिस अधीक्षक कटनी को दिया। जिनके दिशा निर्देश पर नजदीकी थाना बरही एवं कैमोर का पुलिस बल भेजा गया व थाना प्रभारी के बारम्बार समझाईश और नियमानुसार कार्यवाही हेतु निरंतर प्रयास करते रहे। जिसके काफी समझाने के बाद आक्रोशित भीड़ पी.एम. कराने के लिये जारी हुई, किन्तु रात्रि का वक्त हो जाने के कारण समय पर पी.एम. नहीं हो सका। दिनांक 17 जनवरी 2024 को डाक्टर टीम डा. विनोद कुमार, डा. वर्षा बत्रा एवं डा. डेनियल सी.एच.सी. विजयराघवगढ़ द्वारा शव का पी.एम. किया गया। जिनके द्वारा मृतक रमाकांत पटेल की मृत्यु गला दबने से स्वास गति अवरूद्ध होने के कारण मृत्यु होना लेख किया गया। उक्त आधार पर पुलिस के द्वारा अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध धारा 302, 201 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही शुरू की गई।
विवेचना कार्यवाही के दौरान मृतक के परिजनों से हर पहलू को ध्यान में रखते हुये पूछताछ शुरू की गई मृतक के परिजनों के द्वारा बताया गया कि दिनांक 15/01/2024 को रमाकांत पटेल ग्रह ग्राम धनवाही थाना बदेरा जिला मैहर (सतना) जो कि अपनी पत्नी से मिलने अपनी ससुराल ग्राम देवसरीइंदौर थाना क्षेत्र विजयराघवगढ़ जाने को कहकर घर से निकला था, जो अपने ससुराल देवसरीइंदौर नहीं पहुचा और न ही घर धनवाही वापस आया। इसके अलावा कोई तत्थ्यात्मक परिजनों के द्वारा नहीं दे पा रहे थे। जिससे मृतक की हत्या करने वाले आरोपी की तलास पता कर पाना और भी मुश्किल हो गया था। तभी पुलिस अधीक्षक कटनी के द्वारा तत्काल थाना प्रभारी विजयराघवगढ़ के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीम तैयार की गई। जिसमें पुलिस तकनीकी टीम, मुखबिर तंत्र को मजबूत करते हुये संदेहियों से पूछताछ शुरू किया। जो पुलिस को काफी गुमराह का प्रयास किया गया। पुलिस द्वारा शख्ती से पूछताछ करने पर मृतक रमाकांत की पत्नी के नजदीकी व्यक्ति राजकुमार उर्फ राजा पटेल से पूछताछ शुरू किया तो उसने सारा घटनाक्रम बताते हुये बताया कि रमाकांत पटेल और राखी की शादी मई 2023 में हुई थी, तो उसका पति उसे मारपीट कर प्रताडि़त करता था, जिस कारण से वह अपने मायके आ गई थी। बीच-बीच में एक-दो बार गई है, लेकिन दोनों के बीच अनबन होने के कारण वह अपने मायके देवसरीइंदौर में ही रही थी। करीब एक सप्ताह पहले से राखी का पति मृतक रमाकांत लगातार राखी से मोबाईल पर बातचीत किया करते थे। यदि राखी से बात नहीं होती थी तब रमाकांत, राजकुमार उर्फ राजा के मोबाईल से बात किया करता था और मिलने व ससुराल ले जाने की बात को लेकर वह परेशान हो गई और अपने प्रेमी विनय यादव और उसके दोस्त राजकुमार उर्फ राजा पटेल जो कि राखी का मुंह बोला भाई है, उसको रमाकांत को विजयराघवगढ़ बुलवाकर उसकी हत्या करने का षड़यंत्र रच डाला और दोनों को राखी ने यह कहकर भेज दिया कि तुम लोग उसे जैसे भी उसे मार डालो मैं ससुराल नहीं जाना चाहती न ही रमाकांत से मिलना चाहती हूं। रमाकांत पटेल पूर्व से तयशुदा समय पर अपनी पत्नी से मिलने के लिये दिनांक 15/01/2024 को विजयराघवगढ़ आया और विनय यादव एवं उसका दोस्त राजकुमार उर्फ राजा से मुलाकात हुई। रमाकांत ने पूछा कि राखी कहां है तो दोनों ने कहा कि वह बस से आ रही है। फिर विनय और रमाकांत दोनों ने शराब पी, और दोनों का बिवाद शुरू हो गया। जैसा कि पूर्व से तय था कि रमाकांत की हत्या करना है, तो जब वह अपनी पत्नी राखी से मिलने के लिय मोटर साईकल में बैठकर जाने लगा तो शर्दी में पहनने वाली उनी कनपटी को पीछे से जोर से पकड़कर खींच लिया और उसके आंख में अंगूठी से वार किया जिससे उसके आंख में चोट आ गई जिससे वह गिर गया। फिर उसकी छाती में चढ़कर लात जूते से मारने लगा और राजकुमार उसके हांथ पकड़ लिये और रमाकांत के मरने तक मारते रहे। रमाकांत के मरने के बाद उसका मोबाईल एवं मोटर साईकल लेकर जाने लगे लेकिन मोटर साईकल चालू नहीं होने से वहीं पर छोड़कर अन्य वाहन से लिफ्ट लेकर भाग कर अपने घर देवसरीइंदौर जाते समय बीच में पड़ने वाली नदी में मृतक का मोबाईल तोड़कर फेक दिया। जिसे गोताखोर टीम की मदद से नदी में फेका गया मोबाईल को ढूढ निकाला और हत्या के अज्ञात आरोपियों को गिरफ्तार कर अंधे कत्ल का खुलासा करने में पुलिस को सफलता मिली गिरफ्तार किये गये आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया।
उक्त कार्य वाही में भूमिका – निरीक्षक अनूप सिंह थाना प्रभारी विजयराघवगढ़, निरीक्षक कार्य. सुदेश समन थाना प्रभारी कैमोर, उप निरीक्षक योगेश मिश्रा, सउनि कार्य. जयराम साकेत, महिला सउनि मीना धुर्वे, प्रधान आरक्षक प्रेम पटेल, अरविंद गर्ग, मुकेश परस्ते, प्रशांत विश्वकर्मा, आरक्षक पप्पू प्रजापति, अंजनी झा, लालू यादव, अटल कुमार, हरिओम राजपूत, नीतेश सिंह, सुरेन्द्र ठाकुर, महिला आरक्षक नेहा राजपूत, आरक्षक चालक मज्जू कोल एवं ग्राम रक्षा समिति के सदस्य संजू कोल, रघुनाथ साहू, नेक सिंह की सराहनीय भूमिका रही है।
रिपोर्ट – दिनेश शर्मा