धर्म संसार का मूल : डा. चन्द्र प्रकाश

134
महराजगंज (निचलौल)। स्थानीय सरस्वती देवी पीजी कालेज में धर्म पर आधारित विकास विषयक सेमिनार* की मुख्य अतिथि अरुंधती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ प्रयागराज के निदेशक डा. चंद्र प्रकाश मिश्रा रहे। उन्होंने कहा कि धर्म संसार का मूल है जो विकास का एक साधन है । महाविद्यालय के ओशो सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। विषय परिवर्तन सरस्वती देवी पीजी कालेज के प्रबंध निदेशक पवन दूबे ने किया। धर्म पर आधारित विकास विषय पर अपने विचार रखते हुए मुख्य अतिथि ने धर्म को संसार का मूल बताया और कहा कि धर्म एक साधन हैं जो सभी के विकास में सहायक है। यह एक ऐसा तत्व हैं जो अनादि काल से आज भी जीवित है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को धर्म से जुड़ने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि सीमेंट से किया गया विकास सौ साल रुक सकता परंतु धार्मिक विकास युगों तक जिंदा रहेगा। कार्यक्रम का संचालन बृजेश उपाध्याय ने किया। अंत में प्राचार्य डा. सुनील पाण्डेय ने आभार प्रकट किया। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत उप प्राचार्य आदित्य सिंह ने किया। इस दौरान आशुतोष द्विवेदी, स्नेहलता द्विवेदी , दिव्य दीपक त्रिपाठी, अमरजीत कुमार, सर्वेश तिवारी, संदीप कुमार, डा. रामदरश, पूनम जायसवाल, मुन्ना पांडेय व विशाल कसौधन आदि उपस्थित रहे।