श्रावस्ती: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ’’किसान दिवस’’ का हुआ आयोजन

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किसानों की समस्याओं को गम्भीरता से सुनकर गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाए निस्तारण-जिलाधिकारी
श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में ’’किसान दिवस’’ का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होने कहा कि किसानों की समस्याओं को गम्भीरता से सुनकर गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, जिससे उन्हें बार-बार कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े। इसके अलावा बैठक में मिलेट्स (श्री अन्न) के उत्पादन, बीज वितरण, उर्वरक व अन्य कृषि निवेशों की उपलब्धता एवं गुणवत्ता नियंत्रण की प्रगति की समीक्षा की गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में दुग्ध उत्पादन एवं विपणन के लिए अपार संभावनाएं है। जनपद में उच्च गुणवत्ता का दुग्ध उत्पादन पर्याप्त मात्रा में होता है, किन्तु विपणन सही से न होने के कारण उसका उचित मूल्य प्राप्त नही कर पाते है। किसान भाई खेती के साथ-साथ पशुपालन एवं दुग्ध व्यवसाय कर लाभ उठा सकते है तथा अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते है। उन्होने यह भी कहा कि किसान भाई परम्परागत खेती को त्याग कर श्री अन्न जैसे-ज्वार, बाजरा, सावां, कोदो, काकून, रागी, कुट्टू, कुटकी, चेना, चौलाई आदि का उत्पादन कर जनपद को कृषि क्षेत्र में नये आयाम प्राप्त कराने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते है।
उन्होने यह भी बताया कि पीएम किसान सम्माान निधि योजनान्तर्गत 15वीं किस्त सम्भवतः दीपावली से पूर्व आने की सम्भावना है। इसलिए किसान भाई जिनका पंजीकरण पीएम किसान सम्मान निधि योजना में है वे अपना ई केवाईसी व भूलेख अंकन अवश्य करा लें। जिससे 15वीं किस्त का लाभ उन्हें मिल सके। ई केवाईसी के लिए कृषि विभाग के कर्मचारी लेखपाल, पंचायत सहायक, सफाई कर्मी तथा जन सेवा केन्द्र को भी प्रचार-प्रसार के लिए निर्देशित किया गया है। जो गांव-गांव जाकर ईकेवाईसी कराने हेतु जानकारी देंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि किसान भाई स्वयं अपने मोबाइल से भी ऐप के माध्यम से ईकेवाईसी कर सकते है। इसके लिए उन्हें अपने आधार से जुड़े मोबाइल नम्बर एक ओटीपी आयेगा, जिसकी मदद से ईकेवाईसी हो जोयगा। यदि वे चाहें तो जन सुविधा केन्द्रों से भी करा सकते है। और पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा सकते है।
बैठक में उपनिदेशक कृषि कमल कटियार ने खरीफ मौसम में फसल बीमा पर चर्चा करते हुए किसान भाईयो को अवगत कराया कि विगत दिवस आये आंधी-तूफान से धान की फसल में हुई क्षति का आंकलन क्राप कटिंग के आधार पर कराते हुए बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति प्रदान की जायेगी। कृषक फसल बीमा के टोल फ्री नम्बर-18001035490 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।
उन्होने बताया कि जनपद में मिलेट्स के बीज जनपद में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसान भाई राजकीय कृषि बीज भण्डार से खरीदकर इनकी बुआई कर सकते है। इसके अलावा गेहूं के बीज प्रजाति डी0बी0डब्ल्यू-187 और डी0बी0डब्ल्यू-182 तथा राई, सरसों एवं मसूर के मिनी किट राजकीय गोदामों पर उपलब्ध है। उप कृषि निदेशक द्वारा बताया गया कि इस वर्ष मिनी किट का वितरण ई-पॉस मशीन के द्वारा किया जायेगा। किसान भाई मिनी किट प्राप्त कर उसकी बुआई कर लाभ उठा सकते है।जनपद में श्री अन्न की खेती के लिये एक विस्तृत प्लान तैयार किया गया है और चरणबद्ध ढंग से कृषकों की हैंड होल्डिंग करते हुए उन्हें ग्राम पंचायत स्तर पर गोष्ठी आदि के माध्यम से प्रोत्साहित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त किसान भाई उद्यान विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराकर विभिन्न सब्जियों एवं मशालों के बीज के मिनीकिट बुआई हेतु प्राप्त कर सकते है।इसके अतिरिक्त किसान दिवस में कृषि निवेशों एवं फसलों के लिए आवश्यक उर्वरकों की आपूर्ति, मत्स्य पालन, दुग्ध व्यवसाय एवं उत्पादन की प्रगति, नहरों के संचालन की स्थिति, बोरिंग, चेकडैम एवं आकस्मिक सिंचाई योजना, पशुओं को चारे के उत्पादन एवं पानी आदि की उपलब्धता तथा नलकूप के संचालन की स्थिति आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, अग्रणी बैंक प्रबन्धक सुभाष चन्द्र मित्रा, जिला कृषि अधिकारी अनिल प्रसाद मिश्र, सहायक निदेशक मत्स्य सुरेश कुमार, अधिशासी अभियंता विद्युत रणजीत चौधरी, अपर जिला कृषि अधिकारी अश्वनी यादव, अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र डा0 विनय कुमार सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 रोहित कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारीगण एवं किसान बन्धु उपस्थित रहे।