बस्ती: रुधौली थाना क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन हेतु पड़ने वाले घाटों का थानाध्यक्ष दिनेश चन्द्र ने किया निरीक्षण

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मूर्ति विसर्जन को लेकर रुधौली पुलिस अलर्ट

बस्ती। रूधौली के कड़सरा मोड पर अमी नदी पर विसर्जन के समय रुदौली थाना अध्यक्ष दिनेश चं टीम के साथ मौजूद दिखे और उनके साथ-साथ नायब तहसीलदार और लेखपाल भी मौजूद रहे प्रशासन की इस तरह की सतर्कता को देखते हुए लोगों में शासन के प्रति न्यायप्रियता और विश्वास भी जगह और लोग काफी संचित भी रहे विसर्जन में पुलिस टीम और प्रशासनिक अधिकारियों के मौजूदगी से विसर्जन में किसी भी तरह की अराजक तत्वों की कोई भी गतिविधि ना दिखाई और ना ही देखने को मिलेगी यह विश्वास लोगों को हो चुका है लोगों का प्रशासन पर भरोसा हो चुका है इस तरह से लोग पूरे हर्षोल्लास के साथ अपना त्यौहार मना सकेंगे पुलिस प्रशासन टीम भी यही चाहती है कि किसी भी त्यौहार में किसी भी तरह की कोई व्यवधान न आने पाव और लाइन ऑर्डर कायम रहे।

बस्ती। बुधवार से शुरू हो रहे विसर्जन को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है। पिछले साल की घटनाओं को देखते हुए इस बार खास चौकसी बरती जा रही है। किसी भी छोटी सूचना पर एक्शन का दावा किया जा रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी हालात से निपटा जा सके।

दशहरा और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के क्रम में बुधवार को 873 प्रतिमाओं का विसर्जन कर होगा। कोतवाली क्षेत्र की सात, पुरानी बस्ती की 20, वाल्टरगंज की 72, कलवारी की 45, नगर थानाक्षेत्र के 19, कप्तानगंज और दुबौलिया की 50-50, हर्रैया की 64, छावनी की 55, परशुरामपुर की 35, पैकोलिया की 45, गौर की 58, रुधौली की 33, सोनहा की 50, मुंडेरवा की 52 और लालगंज थानाक्षेत्र की 45 प्रतिमाओं का विसर्जन निकट के नदियों में होगा। विसर्जन जुलूस के दौरान अक्सर विवाद की होता रहता है। 2010 में गौर क्षेत्र के सुजिया में इसे लेकर गौर क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था। वाल्टरगंज क्षेत्र में भी कई घटनाएं सामने आई थीं। इसे देखते हुए जरूरी इंतजाम किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, 24 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक विसर्जन का क्रम चलेगा। दशहरे के दिन 873, 25 अक्टूबर को 12, 26 अक्टूबर को दो, 27 अक्टूबर को आठ, 28 अक्टूबर को तीन और बाकी बचीं 280 प्रतिमाओं का विसर्जन 29 अक्टूबर को होगा। एएसपी ने आयोजकों से आग्रह किया है कि विसर्जन के दौरान कोई भी मुश्किल न पैदा होने दें। त्योहार को पूरी तन्मयता से मनाएं।

जल्दबाजी में होती हैं मुश्किलें हजार

: जुलूस में जल्दबाजी न करें।

: उत्तेजक नारे न लगाएं ।

: मिश्रित आबादी में अनावश्यक विवाद न करें।

: अधिक कानफोड़ू साउंड सिस्टम न बजाएं।

: नाव में प्रतिमा लादते समय जल्दबाजी न करें।

: निर्धारित घाट पर ही विसर्जन करने जाएं

: अधिक लोग नाव में बैठकर विसर्जन करने न जाएं।

: अबीर गुलाल किसी के चेहरे या आंख में न डालें ।

: विसर्जन के लिए बनाए गए नियमों का पालन करें।

रिपोर्ट – सुशील शर्मा