UP: मदरसे में धर्मांतरण का खेल, ‘विवेक’ को जबरन बनाया ‘मोहम्मद उमर’, वेल्डिंग मिस्त्री बनाकर अरब भेजने की चल रही थी तैयारी

114

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद के एक मदरसे में धर्मांतरण (Conversion in Madrasa) का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां हरदोई के विवेक को साढ़े सात साल तक बंद रखा गया और जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उसे मोहम्मद उमर बना दिया गया। मामला सामने आने पर मुजफ्फरनगर बाल कल्याण समिति ने किशोर को मदरसे से आजाद कराया और उसके परिजनों को सौंप दिया।

बेटा पाकर खिला परिजनों का चेहरा

उधर, साढ़े सात साल बाद बेटे को वापस पाकर परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वहीं, इस मामले में मदरसा संचालक समेत चार लोगों के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन की रिपोर्ट दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, हरदोई के बघौली थानाक्षेत्र के गोसवा निवासी वीरेंद्र चंडीगढ़ में परिवार सहित रहकर मजदूरी करता था।

Also Read: ‘अपनी इच्छा पूरी कupर लो, हलाला भी हो जाएगा’, मुरादाबाद में शौहर ने तलाक देकर भाई-बहनोई को सौंपी अपनी बीवी

बीते 17 मार्च 2016 को उसका पुत्र विवेक जो कक्षा चार का छात्र था। स्कूल जाने के लिए निकला, लेकिन फिर वापस घर नहीं पहुंचा। वीरेंद्र ने चंडीगढ़ के थाना मौलीजागरा में गुमशुदगी की रिपोर्ट 17 मार्च 2016 को दर्ज कराई लेकिन किशोर का कोई सुराग नहीं लगा। बीती चार अक्तूबर को मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र के नगला राई गांव निवासी मतलूब एक आधार कार्ड सेंटर पर पहुंचा।

प्रधान जैकी राज सैनी ने दी पुलिस को जानकारी

यहां उसने मोहम्मद उमर नाम के किशोर को अपना पुत्र बताते हुए आधार कार्ड में नाम पता संशोधित कराने के लिए दिया। आधार कार्ड में मोहम्मद उमर का नाम विवेक पुत्र वीरेंद्र निवासी 47 रायपुर कला चंडीगढ़ दर्ज होने के कारण सेंटर संचालक ने नाम पता बदलने से इन्कार कर दिया।

Also Read: बुलंदशहर: अधेड़ मुरसलीन ने जिस हाथ से की थी छात्रा से छेड़छाड़, पुलिस ने उसे ‘तोड़ा’, CCTV में कैद हुई घटना

इसकी जानकारी किसी तरह मुजफ्फरनगर के लोहारी खुर्द के प्रधान जैकी राज सैनी को हुई, तो उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद विवेक के परिजनों से संपर्क कर उन्हें मुजफ्फरनगर बुलाया गया। जांच में विवेक का जबरन धर्म परिवर्तन करने और उसे मदरसे में बंद रखने का मामला सामने आया।

प्रधान, मौलवी समेत इनके खिलाफ केस दर्ज

मदरसे से विवेक को मुक्त कराकर बाल कल्याण समिति की मौजूदगी में उसे पिता वीरेंद्र और मां सरोज को सौंप दिया गया। इसके बाद पूरा परिवार विवेक को लेकर पैतृक गांव बघौली थाना क्षेत्र के गोसवा आ गया। वीरेंद्र कुमार की तहरीर पर मुजफ्फरनगर के चरथावल थाने में नगला राई के प्रधान अफसरून, जामिया उस्मानिया इस्लामिया के मौलवी, मतलूब और मौलाना मुकर्रम जमाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

Also Read: आगरा: स्टाफ नर्स पर के साथ जबरदस्ती, एक रात साथ सोने का बनाया दबाव, विरोध पर बोला- साथ नहीं गई तो ले लूंगा जान, मैं ‘यादव’ हूं

मामले में प्रभारी निरीक्षक चरथावल ओमवीर सिंह ने बताया कि हरदोई जनपद के बघौली थानाक्षेत्र के गोसवा निवासी वीरेंद्र कुमार की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। धारा- 420 और विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन अधिनियम-1921 की धारा-तीन व पांच के तहत मामला दर्ज किया गया है। किशोर का खतना कर जबरन धर्म परिवर्तन किए जाने का आरोप भी रिपोर्ट में है।

वेल्डिंग मिस्त्री बनाकर अरब भेजने की थी तैयारी

मदरसे में साढ़े सात साल से बंधक विवेक को वेल्डिंग का काम सिखा कर सऊदी अरब भेजने की तैयारी थी। इसी के लिए जब आधार कार्ड में नाम, पता संशोधन की बारी आई तो पूरा सच सामने आ गया। फिलहाल विवेक के घर वापस आने से न सिर्फ परिजनों में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। संवाद न्यूज एजेंसी से बातचीत में विवेक ने बताया कि मदरसे में उसका नाम बदलकर मोहम्मद उमर रख दिया गया।

Also Read: लव जिहाद में फंसी पंजाब की किशोरी, आगरा में 4 माह से शोषण कर रहा था साहिल, VHP ने चंगुल से कराया आजाद

मदरसे में ही हर समय उसे रखा जाता था। कुछ दिनों के लिए उसे वेल्डिंग का काम सिखाने के लिए फरीदाबाद ले जाया जाता, लेकिन वहां भी मतलूब के करीबी हर वक्त उसके साथ रहते थे। विवेक के मुताबिक, उसे मोहम्मद उमर बनाकर सऊदी अरब भेजने की तैयारी की जा रही थी। इसीलिए आधार कार्ड में नाम संशोधन कराने के दौरान सच सामने आ गया।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )