इंजेक्‍शन नहीं, अब गाय-भैंस को चॉकलेट खिलाकर 20% तक बढ़ाइए दूध का उत्‍पादन

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डेयरी उद्योग में गाय-भैंस के दूध का उत्‍पादन बढ़ाने के लिए अकसर पशुपालक उन्‍हें हानिकारक इंजेक्‍शन लगाने का तरीका अपनाते हैं। कृषि वैज्ञानिकों ने अब इसका एक कारगर प्राकृतिक उपाय तैयार कर लिया है।

मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय (NDVSU) ने दुधारू पशुओं के लिए खास तरह की कैंडी चॉकलेट तैयार की है।

‘नर्मदा विटामिन लिक’ नाम से पेश की गई ये चॉकलेट मवेशियों में पोषक तत्वों की कमी को दूर कर उनके चारे और आहार को मिनरल्स, विटामिन और प्रोटीन से भरपूर बनाएगी।

चॉकलेट बनाने वाले NDVSU के विशेषज्ञों का कहना है कि ये चॉकलेट न सिर्फ़ खाने में स्वादिष्ट होगी, बल्कि इससे तमाम ज़रूरी पोषक तत्व भी मवेशियों को मिल सकेंगे।

यह चॉकलेट गरीब डेयरी किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। उनके पास इतना पैसा नहीं होता कि वो चारे और भूसे के अलावा उन्हें कुछ दे सकें।

इस चॉकलेट से दूध के उत्पादन में 15 से 20 फ़ीसदी की बढ़ोतरी और प्रजनन क्षमता को भी बढ़ावा मिलने का दावा किया जा रहा है।

एक चॉकलेट का वजन ढाई से 3 किलोग्राम है। इसे आयोडीन, गुड समेत कई चीजों से बनाया गया है। मवेशी इसे चाट कर खा सकेंगे और एक कैंडी करीब तीन से चार दिन तक चलेगी।

NDVSU के कुलपति सीता प्रसाद तिवारी का कहना है जल्द ही इसे बाज़ार में उपलब्ध कराया जा सकेगा। इस चॉकलेट को आईएसओ (ISO) और बीआईएस (BIS) मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है।