UP: स्टाफ नर्स पर के साथ जबरदस्ती, एक रात साथ सोने का बनाया दबाव, विरोध पर बोला- साथ नहीं गई तो ले लूंगा जान, मैं ‘यादव’ हूं

371

उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) जनपद में एक नर्स के साथ जबरदस्ती करने का मामला सामने आया है। यहां एक अस्पताल के उद्धाटन कार्यक्रम के दौरान संचालक के रिश्तेदार ने एक स्टाफ नर्स (Staff Nurse) का हाथ पकड़ लिया और बदतमीजी करते हुए उससे अपने साथ चलने और एक रात साथ सोने का दबाव बनाने लगा। यही नहीं, उसने स्टाफ नर्स को धमकाते हुए कहा कि अगर मेरे साथ नहीं गई तो मैं तेरी जान ले लूंगा, मैं भी यादव हूं। वहीं, पीड़िता ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से की, जिसके बाद राजीनामे के लिए उसे बुलाया गया। यहां आने पर आरोपी ने फायरिंग कर दी, जिससे हड़कंप मच गया।

शीला देवी अस्पताल का मामला

यह पूरा मामला ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र के शाहदरा का है। 2 दिन पहले यहां इंडियन बैंक के पास शीला देवी अस्पताल खुला है। इस अस्पताल के संचालक पुष्पेंद्र हैं। उनके बेटे का नामकरण और अस्पताल का उद्धाटन कार्यक्रम था। आरोप है कि उद्धाटन में संचालक का रिश्तेदार विमलेश यादव भी आया था। वह अस्पताल का मैनेजर है। वहां सभी ने दारू पार्टी की। इसके विमलेश यादव ने शराब के नशे में स्टाफ नर्स को पकड़ लिया।

Also Read: लव जिहाद में फंसी पंजाब की किशोरी, आगरा में 4 माह से शोषण कर रहा था साहिल, VHP ने चंगुल से कराया आजाद

पीड़ित स्टाफ नर्स ने बताया कि वह अस्पताल में थी, तभी विमलेश यादव आया। वो पुष्पेंद्र सर का रिश्तेदार है। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया। मैंने कहा कि अंकल आप क्या कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि चल मेरे साथ तुझे गाड़ी से छोड़ दूंगा। मैंने मना कर दिया तो वो जबरदस्ती करने लगे और साथ चलने का दबाव बनने लगे।

‘मेरे साथ नहीं गई तो तेरी जान ले लूंगा’

उन्होंने कहा कि मेरे साथ एक रात सो जा, सुबह तेरे घर छोड़ दूंगा। मैंने उनसे अपना हाथ छुड़ाया तो उन्होंने कहा कि तू मेरे साथ नहीं गई तो तेरी जान ले लूंगा, मै भी यादव हूं। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद मैं वहा से चली आई और आईसीयू में जाकर बैठ गई। इसके बाद वो आईसीयू में आ गए और बोले- चल उठ, यहां से निकल। तू अपना हिसाब कर ले।

Also Read: शाहजहांपुर: दलित छात्राओं को कमरे में बुलाकर अश्लीलता और ‘बैड टच’ करता था प्रिंसिपल आसिफ जमाल, मुंह बंद रखने के लिए 10 रुपए का लालच, गिरफ्तार

स्टाफ नर्स ने बताया कि उस रात तो वह वहां से निकल आई। इसके बाद उसने पूरी आपबीती अपने परिजनों को बताई। इसके अगले दिन उसके परिजनों ने संचालक पुष्पेंद्र को फोन किया तो उन्होंने बताया कि विमलेश यादव नहीं हैं। जब आएंगे तो उनसे बात करने के लिए बुला लेंगे। इसके बाद उनका फोन नहीं आया। शाम को पुष्पेंद्र सर के कुछ लोग आए और पंचायत के लिए बुलाया। इसके बाद अचानक बाहर फायरिंग कर दी। इस दौरान घर पर नर्स और उसकी बुआ थीं।

पीड़िता के घर आकर की फायरिंग

अचानक फायरिंग होने से दोनों घबरा गए और डायल 112 पर फोन किया। उधर, फोन करने से पहले ही वो लोग भाग गए थे। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद फायरिंग करने वाले भाग गए। पुष्पेंद्र यादव वहीं रह गए।

Also Read: अलीगढ़: मुस्लिम प्रेमिका के परिजनों ने शादी की बात करने के बहाने बुलाया, फिर धर्म सिंह को बना दिया अब्दुल रहमान, नशीला लड्डू खिलाकर कराया खतना

इस दौरान दारोगा फायरिंग करने वालों का ही पक्ष लेने लगे। वो कहने लगे कि अगर एक आदमी को इतने सारे लोग घेर लेंगे तो वो फायरिंग ही करेगा। फिलहल, इस मामले में थाना प्रभारी सुमनेश विकल ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )