Thursday, September 19, 2024
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Dream Girl 2: ‘पूजा’ बनकर आयुष्मान खुराना ने मचाया धमाल, पहले दिन फिल्म की हुई सॉलिड कमाई

आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) की बहुप्रतीक्षित ‘ड्रीम गर्ल 2’ (Deram Girl 2) 25 अगस्त को सिनेमाघरो में रिलीज हो गई। एक अरसे से दर्शकों को इस कॉमेडी फिल्म का इंतजार था। बॉक्स ऑफिस पर जिस तरह से इस फिल्म ने आगाज किया है उससे महसूस हो रहा है कि यह इस वर्ष एक और सफल फिल्म साबित होगी। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 9.7 करोड़ रुपए की कमाई की है। इसे काफी अच्छी शुरुआत कहा जा सकता है।

‘पूजा’ का रोल निभा रहे आयुष्मान अपना जादू चलाने में कामयाब रहे। उम्मीद की जा रही है कि फिल्म वीकेंड (शनिवार-रविवार) तक स्वयं को 35 करोड़ के आंकड़े के पार ले जाने में सफल हो जाएगी। फिल्म की कहानी की बात करें तो इसमें मथुरा का एक छोटे शहर का लड़का करम (आयुष्मान) पिता का कर्ज चुकाने के लिए हर दिन संघर्ष करता दिखता है।
इसके साथ ही वो परी (अनन्या पांडे) के प्यार में भी पागल होता है और उससे शादी करना चाहता है। परी के पिता शादी के लिए शर्तें रख देते हैं। इसके बाद करम, पूजा बनकर परेशानियों का सामना करता है। फिल्म में जबरदस्त कॉमेडी है। विशेष रूप से इसके संवाद जो दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर रहे हैं।

आयुष्मान व अनन्या के साथ परेश रावल, अनु कपूर, राजपाल यादव, असरानी, सीमा पाहवा, विजय राज, मनजोत सिंह, अभिषेक बनर्जी, रंजन राज, मनोज जोशी ने भी दर्शकों का काफी मनोरंजन किया। यह फिल्म साल 2019 में आई ‘ड्रीम गर्ल’ का सीक्वल है। उसमें आयुष्मान के साथ नुसरत भरूचा थीं।

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राजधानी भोपाल से आर्थिक राजधानी इन्दौर दौड़ेगी मैट्रो, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो मॉडल कोच का किया अनावरण

भोपाल मेट्रो सितंबर में ट्रायल के लिए पटरी पर दौड़ेगी, लेकिन 26 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके मॉडल का उद्घाटन किया. यह मॉडल पटरी पर तो नहीं दौड़ेगा, लेकिन जनता इसे देखकर भोपाल मेट्रो का अनुभव ले सकेगी

भोपाल-इंदौर मेट्रो परियोजना दिसंबर 2026 तक पूरी हो जाएगी। मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत भोपाल-इंदौर ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है।

भोपाल मेट्रो सितंबर में ट्रायल के लिए पटरी पर दौड़ेगी, लेकिन 26 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके मॉडल का उद्घाटन किया. यह मॉडल पटरी पर तो नहीं दौड़ेगा, लेकिन जनता इसे देखकर भोपाल मेट्रो का अनुभव ले सकेगी। मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत भोपाल-इंदौर ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है।

भोपाल-इंदौर मेट्रो परियोजना दिसंबर 2026 तक पूरी हो जाएगी। भोपाल मेट्रो की लंबाई 31 किमी है और इसकी लागत 7000 करोड़ रुपये है जबकि इंदौर मेट्रो लाइन की लंबाई भी 31 किमी है और इसकी लागत 7500 करोड़ रुपये है।

भोपाल और इंदौर मेट्रो की खासियत

स्वचालित दरवाजे, स्टार्ट-स्टॉप और आपातकालीन हैंडलिंग

साइबर हमलों और हैकिंग से सुरक्षित
यात्री सुरक्षा के लिए स्वचालित बाधा और पटरी से उतरने का पता लगाना
कोच में 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता और 300 यात्रियों के खड़े होने की क्षमता है।
हर दो मिनट में आगमन और प्रस्थान की आवृत्ति
ब्रेक के साथ ऊर्जा पुनर्जनन तकनीक के माध्यम से ऊर्जा की बचत
कोच में होगी रोगाणु नियंत्रण और एयर-फिल्टरेशन तकनीक, हवा रहेगी हमेशा साफ
कोचों में एआई तकनीक से संचालित सीसीटीवी लगाए जाएंगे
स्वचालित वस्तु पहचान (कैमरा चेहरों को पहचान लेगा)

स्वचालित और स्मार्ट प्रकाश नियंत्रण प्रणाली
उच्च स्तरीय यात्री सुरक्षा (HL3 मानक)
दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशेष व्हीलचेयर और बैठने की उपयुक्त व्यवस्था
कोच रखरखाव के लिए 15 वर्ष की सेवा गारंटी
भोपाल-इंदौर मेट्रो क्या खास बनाती है?

वायर मेष मुक्त विद्युतीकरण प्रणाली 750 वी डीसी तीसरी रेल
मप्र में पहली बार 132 केवी बिजली आपूर्ति भूमिगत केबल नेटवर्क

बेहतर मानव सुरक्षा के लिए मोटर चालित शॉर्ट सर्किट उपकरण
आपातकालीन यात्री निकासी के लिए तीसरी रेल पावर का स्वचालित स्विच
छत पर सोलर पैनल
स्टेशन की विशेषताएं

ऊर्जा-बचत स्वचालित प्रकाश नियंत्रण के साथ स्मार्ट प्रकाश व्यवस्था
यात्री सुरक्षा के लिए अग्निशमन प्रणाली

प्लेटफार्म पर आपातकालीन बिजली स्विच ऑफ प्रणाली

ऊर्जा कुशल एयर कंडीशनर
ईवी चार्जिंग से सुसज्जित स्टेशनों के साथ दोपहिया पार्किंग
स्टेशन के सार्वजनिक क्षेत्रों में यात्रियों के लिए मोबाइल चार्जिंग पॉइंट उपलब्ध होंगे
कम धुआं शून्य हैलोजन केबल
सिगर्लिंग और टेलीकॉम

कुशल परिचालन क्षमता और समय की बचत के लिए उन्नत सीबीटीसी प्रौद्योगिकी और स्वचालित टाइम टेबल विनियमन (एटीआर) प्रणाली
सुरक्षित और कुशल संचालन के लिए ऑपरेशनल टेक्नोलॉजी (ओटी) साइबर सुरक्षा मेनलाइन संचालन के साथ बेहतर

एकीकरण के लिए सीबीटीसी क्षमता के साथ उन्नत डिपो संचालन

सुचारू और सुरक्षित चालक रहित ट्रेन संचालन के लिए घुसपैठ का पता लगाने वाली प्रणाली (आईडीएमएस)।
फाइबर ऑप्टिक ट्रांसमिशन सिस्टम यात्रियों को समय पर जानकारी प्रदान करता है
लिफ्ट और एस्केलेटर

विकलांगों और अन्य यात्रियों के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर
जमीनी स्तर से कॉनकोर्स स्तर तक और कॉनकोर्स स्तर से प्लेटफार्म स्तर तक उठाएँ
दृष्टिहीनों के लिए लिफ्ट कारों और लैंडिंग के अंदर ब्रेल बटन
आपातकालीन स्थिति में सभी लिफ्टों में स्टेशन नियंत्रण कक्ष से जुड़े लिफ्ट के अंदर ऑटो कॉल सुविधा, इंटरकॉम और अलार्म
एलिवेटर फायर अलार्म सिस्टम के साथ एकीकृत स्टेशन की सभी लिफ्टों में सभी आवश्यक आपातकालीन निकासी संकेत उपलब्ध कराए गए हैं। प्रवेश और निकास दोनों प्लेटफार्मों तक पहुंचने के लिए एस्केलेटर

रिपोर्ट – दिनेश शर्मा

श्रावस्ती में स्टांप चोरी रोकने को लेकर डीएम सख्त:खेतिहर भूमि पर पहुंचकर स्टांप का मिलान कर किया सत्यापन, अफसरों को दिए निर्देश

डीएम कृतिका शर्मा ने खेतीहारी जमीन के स्टांप का मिलान कर सत्यापन किया।
डीएम कृतिका शर्मा ने खेतीहारी जमीन के स्टांप का मिलान कर सत्यापन किया।

श्रावस्ती

जनपद की जिलाधिकारी कृतिका शर्मा इन दिनों कई जगहों पर पहुंचकर निरीक्षण करती देखी जा रही हैं। वहीं अब डीएम खेतिहर भूमि पर पहुंचकर लगातार उनके द्वारा खरीदी गई जमीन के स्टांप का मिलान कर सत्यापन किया जा रहा। ताकि किसी भी दशा में स्टाम्प की चोरी कोई भी न करने पाए।

बताते चलें कि जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने शनिवार को तहसील इकौना के लक्ष्मन नगर-गिलौला मार्ग पर ग्रामसभा तिलकपुर एवं इकौना देहात में कृषि के लिए खरीदी गई भूमि के स्टाम्प का मिलान कर सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान दोनों बैनामों में स्टाम्प सही पाया गया।

डीएम कृतिका शर्मा ने खेतीहारी जमीन के स्टांप का मिलान कर सत्यापन किया।
डीएम कृतिका शर्मा ने खेतीहारी जमीन के स्टांप का मिलान कर सत्यापन किया।

वहीं इस दौरान जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने स्टाम्प जांच से सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी दशा में स्टाम्प की चोरी न होने पाए। इसके लिए समय-समय पर आकस्मिक जांच कर स्टाम्प का मिलान अवश्य किया जाए। जांच के दौरान यदि स्टाम्प की कमी पाई जाती है, तो सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई भी अमल में लाई जाए।

मैनपुरी: छुट्टी लेकर घर आए सिपाही की बिगड़ी हालत, अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी (Mainpuri) जिले में छुट्टी लेकर घर आए हेड कांस्टेबल (Head Constable) की अचानक हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में परिजनों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने हेड कांस्टेबल को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। यहां पहुंचने से पहले ही हेड कांस्टेबल की मौत (Death) हो गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पूरा मामला भोग थाना क्षेत्र के छिवकरिया गांव का है। गांव के ही निवासी 38 वर्षीय ब्रजपाल उर्फ प्रदीप यादव पुत्र शिवराज सिंह यादव पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल के पद पर कानपुर के सीप थाने में तैनात थे।

वह, अपने परिजनों से मिलने के लिए 25 अगस्त को विभाग से छुट्टी लेकर अपने घर आए हुए थे। इस दौरान हेड कांस्टेबल की अचानक हालत बिगड़ गई। ऐसे में परिजन हेड कांस्टेबल को लेकर मैनपुरी जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए सैफई मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया।

सैफई मेडिकल कॉलेज में पहुंचने के दौरान कांस्टेबल की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कांस्टेबल की हृदय गति रुकने से मौत हुई है। कांस्टेबल के शव का इटावा में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। वही कांस्टेबल की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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विवादों में लगातार घिरते जा रहे हैं रुधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद, भ्रष्टाचार,हत्या,बलात्कार,खबर चलाने पर पत्रकार से मारपीट, धमकी के अलावा और भी क्या-क्या आरोप लगने के बावजूद भी कुछ भी प्रशासन करने में हैं असमर्थ

बस्ती- नगर पंचायत अध्यक्ष रुधौली धीरसेन निषाद पहली बार जब जनता ने मताधिकार के प्रयोग से जब पहली बार रुधौली अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया था तो लोगों को काफी उम्मीद थी कि नगर पंचायत का कायाकल्प बदल जाएगा लेकिन महज दिखावा साबित हुआ। पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल में लगातार भ्रष्टाचार में डूबी नगर पंचायत रुधौली के अध्यक्ष ने काफी धनबल इकट्ठा कर जिससे पुनः पैसों की मदद एक बार फिर नगर पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हुआ। लेकिन इस बार माहौल, व्यवहार,कार्यशैली में काफी बदलाव दिखा। रुधौली के पहले बोर्ड बैठक के दिन से ही सभासदों ने प्रश्न चिन्ह लगना शुरू कर दिया पिछले कार्यकाल में हुए के विकास कार्य का खाका मांगना शुरू किया जिसका जवाब देने में असमर्थ दिखे। यही नहीं दूसरी बार अध्यक्ष बनने के बाद सिद्धार्थ नगर जनपद की एक महिला के साथ बलात्कार व हत्या का मामला शांत ही नहीं हुआ था कि स्थानीय पत्रकार अनूप बरनवाल के साथ खबर चलाने के लिए कर मारपीट जिसमें उनके तीन गुर्गो की गिरफ्तारी शांति भंग जैसी धाराओं में हुई थी। इसके पहले भ्रष्टाचार की खबर एक दैनिक पेपर में नगर पंचायत रुधौली की खबर छपी थी।

ताजा मामला रुधौली थाना क्षेत्र के रहने वाली एक महिला ने पुलिस अधीक्षक बस्ती पत्र देकर नौकरी के नाम पर के शारीरिक शोषण, बलात्कार सहित अन्य मामले की है। पीड़ित महिला ने बताया कि गांव के ही युवक मायाराम पाठक द्वारा विश्वास मनाते हुए बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष रुधौली के पास जाओ और निश्चय ही तुमको नौकरी दिलवाएंगे। लेकिन गांव के इस युवक ने दरिंदे अध्यक्ष के करतूतो के बारे में नहीं बताया इसके लिए क्या-क्या कीमत तुमको चुकानी पड़ेगी। कोरोना कल में अच्छे-अच्छे लोग भी मजबूर हो चुके थे घर की आर्थिक स्थितियों की काफी खराब हो गई थी। ऐसे में थाना क्षेत्र रुधौली की युवती द्वारा भी बलात्कार,छेड़खानी सहित शारीरिक शोषण जैसी घटिया हरकत नगर पंचायत अध्यक्ष रुधौली के साथ करना पड़ा।पीड़ित महिला ने बताया कि मरता क्या नहीं करता वाली तर्ज पर सब कुछ करने को मजबूर हो गई लेकिन नौकरी न मिलने अब न्याय की गुहार लगाई है।

पीड़िता ने बताया कि नौकरी के नाम पर कभी आवास पर, तो कभी गौशाला पर, तो कहीं एकांत जगह बुलाकर मेरे साथ शारीरिक शोषण बलात्कार करते थे कई माह बीत जाने के बावजूद भी नौकरी न देने के बाद हमने रिकॉर्डिंग को वायरल करने को कहा तो अगस्त 2022 में नौकरी दिया। इसके बावजूद भी मेरा शारीरिक शोषण करना बंद नहीं हुआ,यहां तक की कई बार गर्भपात भी करनी पड़ी लेकिन यह निर्दयी व बहसी नगर पंचायत अध्यक्ष अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।ऐसे में पुलिस अधीक्षक बस्ती, पुलिस महानिरीक्षक बस्ती,पुलिस महानिदेशक गोरखपुर,मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सहित अन्य जगहों पर शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित महिला ने बताया कि यदि ऐसे दरिंदे पर बहसी युवक पर कार्यवाही नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक बस्ती के सामने आत्मदाह आकर अपनी जान दे देंगे। पीड़िता ने यह भी कहा कि अब लोग मुझे हेय दृष्टि से देखने लगे ऐसे में हम जीकर भी क्या करेंगे।

चंद्रयान-3 का लैंडर जहां उतरा उसे कहा जाएगा ‘शिव शक्ति’, 23 अगस्त को अब ‘नेशनल स्पेस डे’, इसरो कमांड सेंटर से PM मोदी का ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

(Narendra Modi at ISRO center) ग्रीस से लौटने के बाद आज सीधे बेंगलुरु पहुंचे. उन्होंने यहां इसरो कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में चंद्रयान-3 मिशन में शामिल वैज्ञानिकों से मुलाकात की. इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए. उन्होंने कहा, मैं सुबह-सुबह यहां आ गया, मुझे पता है आपको दिक्कत हुई होगी. लेकिन मैं आपको परेशान करना नहीं चाहता था, बस आपके दर्शन करने की बेसब्री थी. आप सभी को मैं सैल्यूट करता हूं. आपकी मेहनत, आपके धैर्य को सैल्यूट करता हूं.

अपने संबोधन के दौरान भावुक होते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आप सभी के बीच आकर आज एक अलग ही खुशी महसूस कर रहा हूं. शायद ऐसी खुशी बहुत दुर्लभ अवसरों पर होती है, जब ऐसी घटनाएं घटती हैं तो बेसब्री हावी हो जाती हैं. इस बार मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है. इतनी बेसब्री.. मैं साउथ अफ्रीका में था फिर ग्रीस का कार्यक्रम था, वहां चला गया- लेकिन मेरा मन पूरी तरह आपके साथ ही लगा हुआ था.’

इस दौरान पीएम ने कहा कि मेरे परिवारजनों, आप जानते हैं कि स्पेस मिशन के टचडाउन प्वाइंट को एक नाम दिए जाने की वैज्ञानिक परंपरा है. चंद्रमा के जिस हिस्से पर हमारा चंद्रयान उतरा है भारत ने उस स्थान के भी नामकरण का फैसला लिया है. जिस स्थान पर चंद्रयान 3 का मून लैंडर उतरा है, अब उस प्वाइंट को- शिव शक्ति के नाम से जाना जाएगा.

इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में आते ही जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था. आप सबको सैल्यूट करना चाहता था. सैल्यूट आपके परिश्रम काम को, सैल्यूट आपके धैर्य लग्न को, जीवटता को, सैल्यू आपके जज्बे को आप देश को जिस ऊंचाई पर लेकर गए हो ये कोई साधारण सफलता नहीं है. ये आज का भारता है, जुझारू भारत. यह वो भारत है जो नया सोचता है. नए तरीके से सोचता है. जो डार्क जोन में जाकर भी रोशनी की किरण जगा देता है. भारत आने वाले समय दुनियां की बड़ी-बड़ी मुश्किलों का समाधान करेगा. मेरी आखों के आगे 23 अगस्त का वो पल बार-बार घूम रहा है. पूरे देश में लोग उछल पड़े वो कौन भूल सकता है. वो पल अमर हो गया.

मैंने वो वीडियो देखी जिसमे हमारे लैंडर ने अंगद की तरह चांद पर मजबूती से पैर जमाया है. चांद की तस्वीर दुनिया को दिखाने का काम भारत ने किया है. आप सभी वैज्ञानिकों ने किया है. आज पूरी दुनिया भारत की टेक्नोलॉजी का साइंटफिक टेंपरामेंट का लोहा मान चुकी है. हमारा मिशन जिस क्षेत्र को एक्सपोर करेगा उससे सभी देशों के लिए मून मिशन के नए रास्ते खोलेगा. ये चांद के रहस्य तो खोजेगा ही. धरती की मुश्किलों का भी समाधान ढूंढेगा. मैं इस अभियान से जुड़े सभी सदस्यों को बधाई देता हूंय स्पेश मिशन को टच डाउन किया जाने को एक नाम दिया है. चंद्रयान जिस स्थान पर उतरा है उसके नामकरण का भी फैसला लिया गया है. जिस जगह मून लैंडर उतरा है. उब उस प्वाइंट को शिवशक्ति के नाम से जाना जाएगा.

पीएम मोदी ने सुबह 6 बजे एयरपोर्ट पर उतरने के बाद लोगों को संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान का नारा लगाया. इसमें उन्होंने जय अनुसंधान का नारा भी जोड़ा. पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के वैज्ञानिक देश को जब इतनी बड़ी सौगात देते हैं, इतनी बड़ी सिद्धि प्राप्त करते हैं, जो दृश्य मुझे बेंगलुरु में दिखाई दे रहा है, वो मुझे ग्रीस और साउथ अफ्रीका में भी देखने को मिला. आप सुबह-सुबह इतना जल्दी आए, मैं अपने आप को रोक नहीं पा रहा था. मैं दूर विदेश में था. तो मैंने सोच लिया था कि पहले भारत जाऊंगा तो पहले बेंगलुरु जाऊंगा. सबसे पहले उन वैज्ञानिकों से मिलूंगा और उन्हें नमन करूंगा.

Also Read: ‘हम पाकिस्तानी उलेमा, हराम और हलाल में फंसे, वहीं भारत चांद पर झंडे गाड़ रहा’.. चंद्रयान-3 मिशन पर बोले पाकिस्तानी

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UP: पुलिस से बचने के लिए गो तस्कर अनीश बन गया गुड्डू, 2 साल बाद STF के हत्थे चढ़ा 50 हजार का ईनामी बदमाश

बरेली: यूपी पुलिस ने पिछले 2 साल से फरार चल रहे शातिर गो-तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हालिल की है. दरअसल बरेली पुलिस लगातार तस्कर की तलाश में जुटी हुई थी. बरेली से फरार होने के बाद तस्कर ने रामपुर और हापुड़ की मीट फैक्ट्री में नाम छुपा कर कम कर रहा था. पिछले दो साल से नाम छिपाकर काम करने की सूचना पुलिस को लग चुकी थी और पुलिस को पता चल चुका था कि तस्कर अपने घर बरेली आ रहा है. इसी सूचना पर एसटीएफ ने अपना जाल बिछाया और धर दबोचा.
दरअसल, एसटीएफ को काफी दिनों से इज्जतनगर के फरीदापुर चौधरी निवासी अनीश उर्फ गुड्डू के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी. अफसरों के उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था. एसआई राशिद अली सिपाही राजमी लाल, नितिन, संदीप, संजय यादव, कमांडो खान मोहम्मद के साथ गश्त कर रहे थे. टीम को गो तस्कर के बारे में जानकारी मिली. टीम ने उसे 100 फुटा रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 315 बोर का एक तमंचा, जिंदा कारतूस और मोबाइल बरामद किया.
पूछताछ में उसने बताया कि 2021 में वह इज्जतनगर में गो तस्करी के मामलों में फरार चल रहा था. वर्तमान में वह अपना नाम छुपाकर रामपुर और हापुड़ की मीट फैक्ट्रियों में काम कर रहा था. काफी समय बाद वह अपने घर जा रहा था. इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

रायबरेली: स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं था तो अब कैसे होगा, फिर खालिस्तान की मांग क्यों नहीं होगी

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) रायबरेली जिले में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। सपा नेता ने इस दौरान खालिस्तान की मांग को एक तरह से हवा दे दी। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू राष्ट्र की बात होगी तो खालिस्तान की मांग क्यों नहीं होगी।

Madurai Train Fire: मदुरै ट्रेन हादसे पर CM योगी ने जताया दुख, मृतकों के परिजनों को दी जाएगी 2-2 लाख की आर्थिक मदद

सामाजिक न्याय के प्रणेता वीपी मंडल की जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह के बाद मीडिया से मुखातिब हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब कभी भारत हिंदू राष्ट्र नहीं था तो अब कैसे होगा। हमारा भारत पंथ निरपेक्ष विचारधारा पर आधारित है। अगर हिंदू राष्ट्र की बात होगी तो खालिस्तान की मांग क्यों नहीं होगी।
वहीं, कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सपा नेता मौर्य ने कहा कि हमारे देश में जो सामाजिक व्यवस्था है, वह वर्ण और जाति पर आधारित है। यह वह लूटा-पीटा समाज है, जिसको जाति के नाम पर हजारों साल तक धन-धरती शिक्षाऔर सम्मान से वंचित किया गया। सम्मान और स्वाभिमान से वंचित किया गया। जानवर से भी बदतर सुलूक किया गया। इसलिए समय-समय पर हमारे देश में पैदा होने वाले संतो-गुरुओं और महापुरुषों ने करुणा, मैत्री, बंधुत्व पर आधारित समाज की संरचना के लिए शंखनाद किया।
इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर रामचरित मानस की चौपाई के जरिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आजादी के 76 साल बाद भी जातियां आज सबके सर पर चढ़कर बोल रही हैं। वह जातियां, जिन्होंने पूरे समाज को बांटा। अपने वर्चस्व को सर्वोच्च रखने के लिए जिन्होंने कहा, ‘ढोल, गंवार, शूद्र, पशु, नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी’। जिन्होंने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा, ‘जे बरनाधम तेलि कुम्हारा, स्वपच किरात कोल कलवारा।’

मौर्य ने कहा कि जिन्होंने कहा, ‘पूजहि विप्र सकल गुण हीना, शुद्र न पूजहु गुण ज्ञान प्रवीणा।’ आखिर जातिवाद कौन कर रहा है? जातिवाद के ठेकेदारों ने हमें विभिन्न जातियों में बांटकर हमारा शोषण किया। हमें अधम कहा, पढ़ने लिखने से रोका और अगर हम अपनी पीड़ा बोलते हैं तो कहते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे विरोधी हैं। यही नहीं, इस दौरान उन्होंने बीजेपी समेत हिंदुवादी संगठनों पर भी जमकर निशाना साधा।

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Health Tips: सूखे मेवों में अखरोट है ज्यादा फायदेमंद, खाने से होते हैं शरीर को यह लाभ

Madurai Train Fire: मदुरै ट्रेन हादसे पर CM योगी ने जताया दुख, मृतकों के परिजनों को दी जाएगी 2-2 लाख की आर्थिक मदद

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मदुरै ट्रेन हादसे (Madurai Train Fire) पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त करने के साथ ही यूपी के घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं।

सीएम योगी ने रेलमंत्री से की बात

यही नहीं, सीएम योगी ने फोन पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों एवं रेलवे के अधिकारियों के साथ समन्वय कर यूपी के लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

वहीं, सीएम योगी के निर्देश पर प्रमुख सचिव गृह ने कमान संभाल ली है। योगी सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की है। साथ ही दुर्घटना को लेकर योगी सरकार ने टोल फ्री नंबर 1070 जारी कर दिया है।

कंट्रोल रूम राहत हेल्प लाइन नम्बर (उत्तर प्रदेश)
– 1070 (टोल फ्री)
– 9454441081
– 9454441075

सीतापुर के 10 लोग थे मौजूद

जानकारी के मुताबिक, तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास जिस रेल कोच में आग लगने की घटना हुई उसमें सीतापुर के 10 लोग मौजूद थे। इन सभी की बुकिंग विजय लक्ष्मी नगर स्थित भसीन टूर एंड ट्रैवेल्स से की गई थी। 17 अगस्त से लेकर 30 अगस्त तक यह यात्रा प्रस्तावित थी। जिले की आदर्श नगर निवासी मिथिलेश (50) भी इसी ट्रेन में थीं। उन्हें आज रामेश्वरम के दर्शन करने थे लेकिन इस हादसे की खबर आई।

हादसे की खबर मिलते ही उनके घर में कोहराम मच गया। उनके दामाद ने बताया कि शनिवार को ट्रेन रामेश्वरम पहुंचती। उनकी सास रामेश्वरम दर्शन के लिए काफी उत्साहित थी लेकिन अब हादसे में उनके गंभीर रूप से घायल होने की बात पता चल रही है। हम लोग लगातार कंट्रोल रूम से संपर्क में हैं। वहीं, उनके साथ सीतापुर के 9 अन्य लोग गए थे। जिसमें से दो लापता हैं, बाकी का इलाज चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक लखनऊ से रामेश्वरम जा रही इस ट्रेन के प्राइवेट पार्टी कोच में आग लगी थी। मदुरै रेलवे स्टेशन के पास खड़ी ट्रेन के डिब्बे में आग लग गई। इस आग में झुलसकर 10 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही इस हादसे में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

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बस्ती: गांव में सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीण कीचड़ में चलने के लिए मजबूर

बस्ती। रुधौली नगर से 3 किमी दूर धन्सा पंचायत के गांव धन्सा में पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण ग्रामीण कीचड़ में चलने के लिए मजबूर हो रहे हैं। धन्सा गांव मुख्य मार्ग से लगभग 1 किलोमीटर दूर स्थित है इस गांव में लगभग 50-60 परिवार के लगभग ढाई सौ ग्रामीण निवास करते हैं।



गांव की विकास की पहचान वहां की सड़कों से होती है लेकिन आज भी जनपद जबेरा में कई गांव ऐसे जहां के ग्रामीणों को शासन-प्रशासन से सड़क की दरकार बनी हुई है।

गांव की विकास की पहचान वहां की सड़कों से होती है लेकिन आज भी जनपद बस्ती में कई गांव ऐसे जहां के ग्रामीणों को शासन-प्रशासन से सड़क की दरकार बनी हुई है। नगर पंचायत रुधौली अंतर्गत गांव धंसा जहां की कीचड़ से गड्डों युक्त पगडंडी रास्ता देख कर इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार सिर्फ विकास के बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत सरकार के विकास के दावे को खोखला साबित कर रही है।

कीचड़ भरे पगडंडी रास्ते से स्कूली बच्चों मरीजों बुजुर्गों तो मुश्किल सफर तय करना पड़ता है हर वर्ष वर्षा के मौसम में पगडंडी रास्ता कीचड़ में तब्दील हो जाता है। गड्ढों में भरे पानी की वजह से यहां दुर्घटना घटित होने का खतरा बना रहता है वर्षा के बाद इसकी स्थिति और भी बदतर हो जाती है। पगडंडी रास्ते से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है वर्तमान में यह पगडंडी रास्ता कीचड़ से सना हुआ है ग्रामीणों को शासन प्रशासन से पक्की सड़क की दरकार है।

बस्ती जिले के विकासखंड रुधौली धंसा गांव के रास्ते से संबंधित मामला है। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि कई बार ग्राम सभा प्रधान तथा ब्लॉक के अधिकारियों को रास्ते के बारे में बताने के बाद भी लोगों ने इस पर कोई अमल नहीं किया। गांव में 100 पर्सेंट लोग इस रास्ते से गुजर कर जाते हैं। आपको बताते चले कि रामसूरत के घर से हबीब के घर तक आरसीसी सड़क तो बन गई थी लोगों को कोई आने-जाने में दिक्कत नहीं था। लेकिन वर्तमान प्रधान द्वाराउपरोक्त सड़क कोदोबाराजब बनाया गया तोआधा ही रास्ता आरसीसी किया गयाऔर आधे को छोड़ दिया गया इस समय अगर इस पर धान की रोपाई कर दिया जाए तो यहां पर धान तैयार हो जाएगा।

हमने जब यह मामला गांव के सेक्रेटरी से कहा तो उन्होंने कहा कि इसका हमारे पास कोई बजट नहीं आया था। और गांव के प्रधान साढे सात साल। हाथों से प्रधानी नहीं जाने दिया लेकिन यह सड़क उनकी नजर में अभी तक नहीं आया।

रिपोर्ट -सुशील शर्मा

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